अहमदाबाद: अहमदाबाद सिविल अस्पताल में आज 103वां अंगदान हुआ है. मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले और अहमदाबाद के मिर्जापुर इलाके में रहने वाले मनोज प्रजापति को 9 अप्रैल की सुबह ब्रेन हेमरेज हुआ था. जिसके बाद उन्हें गहन इलाज के लिए अहमदाबाद सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
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दो दिन के गहन इलाज के बाद अहमदाबाद सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया. ब्रेन डेड घोषित होने के बाद SOTTO सिविल टीम ने उनके परिवार को अंगदान के बारे में जागरुक किया.
टीम ने बताया कि अंगदान एक महान कार्य और वर्तमान समय में महान दान है. उसके बाद उनकी मां और परिवार के सदस्यों ने अंगदान करने के लिए सहमति व्यक्त की. परिवार से तत्काल अंगदान की सहमति मिलने के बाद ब्रेन डेड मनोजभाई को अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा रिट्रीवल सेंटर ले जाया गया. इस रिट्रीवल सेंटर में आठ से दस घंटे की कड़ी मेहनत के बाद हृदय, दो गुर्दे और एक लीवर दान किया गया. अंगदान में मिले इन सभी अंगों को सिविल मेडिसिटी कैंपस के अस्पताल में भर्ती जरूरतमंद मरीज को नया जीवन देने के लिए सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित किया गया है.
अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अधीक्षक राकेश जोशी ने इस सिलसिले में जानकारी देते हुए कहा कि मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले और रोजगार के उद्देश्य से अहमदाबाद में बसे मनोज प्रजापति के परिवार ने आज मानव सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण पेश करते हुए अंगदान का जनहितकारी निर्णय लिया है. यह फैसला समाज के कई लोगों के लिए प्रेरणा साबित होगा. अहमदाबाद सिविल अस्पताल द्वारा आयोजित अंगदान सेवा के परिणामस्वरूप अब तक सिविल अस्पताल में 103 अंगदान किए जा चुके हैं. कुल मिले 335 अंगों में से 310 जरूरतमंदों को सफलतापूर्वक नया जीवन दिया जा चुका है.
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