नई दिल्ली: हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट पर अदाणी ग्रुप ने 413 पेज का लंबा जवाब दिया है, जिसमें अदाणी ग्रुप ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट को भारत, उसकी संस्थाओं और भारत के विकास की कहानी पर सुनियोजित हमला करार देते हुए कहा है कि उसके सभी आरोप झूठे और गलत है. इस रिपोर्ट का मकसद अमेरिकी कंपनियों के फायदे के लिए बाजार को तैयार करना है. गौरतलब है कि इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद अदाणी ग्रुप को भारी नुकसान हुआ है.
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हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट ने क्या कहा?
अमेरिका स्थित हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में गौतम अदाणी पर ‘कॉर्पोरेट जगत की सबसे बड़ी धोखाधड़ी’ का आरोप लगाया है. अदाणी ग्रुप के शेयरों की सार्वजनिक बिक्री शुरू होने से पहले यह रिपोर्ट आई है. पिछले हफ्ते सामने आई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अदाणी ग्रुप की कंपनियों पर इतना कर्ज है कि यह पूरे ग्रुप को आर्थिक रूप से कमजोर स्थिति में डाल देता है.
अदाणी ग्रुप ने रिपोर्ट में इस जानकारी को झूठा बताया है
अदाणी ग्रुप ने कहा कि यह रिपोर्ट आधे तथ्यों और गलत सूचनाओं के साथ तैयार की गई है. उनका मकसद कंपनी को बदनाम करना है. हिंडनबर्ग झूठे आरोप लगाकर सुरक्षा बाजार में एक जगह बनाना चाहता है. अदानी ग्रुप ने सभी कानूनों और नियमों के अनुपालन को दोहराते हुए कहा कि यह रिपोर्ट न तो निष्पक्ष है और न ही स्वतंत्र, इसमें शोध का भी अभाव है. हिंडनबर्ग रिसर्च ने इस रिपोर्ट को अपने हित के लिए प्रकाशित किया है.
हिंडनबर्ग ने अपने फायदे के लिए जारी की रिपोर्ट – अदाणी ग्रुप
413 पन्नों के जवाब में लिखा गया कि शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने कई निवेशकों को दांव पर लगाकर अपने वित्तीय लाभ के लिए गलत तरीके से रिपोर्ट जारी की है. हिंडनबर्ग ने इस रिपोर्ट को प्रकाशित कर नियमों का उल्लंघन किया है.
हिंडनबर्ग की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया
अदाणी समूह ने हिंडनबर्ग की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि संगठन पारदर्शिता और खुलेपन की बात करता है, लेकिन संगठन अपने कर्मचारियों और निवेशकों के बारे में ज्यादा नहीं जानता, उन्होंने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर लिखा है कि उनके पास दशकों का अनुभव है, लेकिन ऐसा लगता है कि उन्होंने 2016 में शुरुआत की थी. गौरतलब है कि अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात भी कही है.
अदाणी ग्रुप को भारी नुकसान हुआ
24 जनवरी को यह रिपोर्ट सामने आने के बाद से अदाणी ग्रुप को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. बुधवार और शुक्रवार को कारोबारी सत्र में ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैप में 4.17 लाख करोड़ रुपए की गिरावट देखी गई. जिसका सीधा असर गौतम अदाणी की कुल संपत्ति पर पड़ा है और वह दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में तीसरे स्थान से आठवें स्थान पर आ गए हैं.
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