संसद के दोनों सदनों, राज्यसभा और लोकसभा में आज कल पेश किए गये बजट पर चर्चा होने वाली थी. लेकिन बजट पेश किए जाने के एक दिन बाद जैसे ही लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. विपक्ष एकजुट होकर अदाणी ग्रुप को लेकर जारी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर चर्चा की मांग कर रही है.
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कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के मुताबिक सभी पार्टियों के नेताओं ने मिलकर एक फैसला लिया है कि आर्थिक दृष्टि से देश में जो घटनाएं हो रही हैं उसे सदन में उठाना है इसलिए हमने एक नोटिस दिया था. हम इस नोटिस पर चर्चा चाहते थे लेकिन जब भी हम नोटिस देते हैं तो उसे रिजेक्ट कर दिया जाता है.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हमने तय किया कि सदन में इस पर चर्चा करेंगे कि जिनका पैसा LIC में है या अन्य संस्थानों में है वो कैसे बर्बाद हो रहा है. लोगों का पैसा चंद कंपनियों को दिया जा रहा है जिसकी रिपोर्ट आने से कंपनी के शेयर्स गिर गए हैं. LIC, SBI सहित अन्य सरकारी संस्थानों में जो लोगों का पैसा है उसकी जांच होनी चाहिए और इसकी प्रतिदिन रिपोर्ट जनता के सामने रखी जाए.
लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे को लेकर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि विपक्षी दल हमेशा करता है मोदी सरकार की निंदा, ये तो है उनका हमेशा का धंधा, मोदी जी है बहुत मज़बूत बंदा लेकिन विपक्ष हो गया है अंधा, इस बजट में सभी लोगों का ध्यान रखा गया है, इसमें आदिवासी, महिला, मध्यम वर्ग सभी को न्याय दिया गया है.
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