नई दिल्ली: महाराष्ट्र में विधान परिषद की पांच सीटों पर हुए चुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है. जबकि महाविकास अघाड़ी यानी कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना गठबंधन को जीत मिली है. बीजेपी के लिए एक झटका इसलिए भी है क्योंकि नागपुर नितिन गडकरी और देवेंद्र फडणवीस के घर में भाजपा का सूपड़ासाफ हो गया है. इतना ही नहीं संघ का मुख्यालय भी नागपुर में ही है.
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महाराष्ट्र की राजनीति में बीजेपी ने भले ही एकनाथ शिंदे के साथ मिलकर उद्धव ठाकरे को सत्ता से बेदखल कर दिया हो लेकिन महाविकास अघाड़ी के सामने वे अपना राजनीतिक प्रभाव नहीं दिखा पाए. विधान परिषद चुनाव में बीजेपी-शिंदे गुट को करारा झटका लगा, जबकि महाविकास अघाड़ी को जीत मिली है.
महाविकास अघाड़ी ने तीन सीटों पर जीत हासिल की
नागपुर शिक्षक कोटे की एमएलसी सीट पर महाविकास अघाड़ी के सुधाकर अडबोले ने बीजेपी के नागो गनार को 7000 से ज्यादा वोटों से हराया है. अडबोले को 16,700 वोट मिले जबकि गनार को सिर्फ 8,211 वोट मिले, इसके अलावा औरंगाबाद शिक्षक एमएलसी सीट से एनसीपी प्रत्याशी विक्रम काले ने जीत हासिल की है. विक्रम काले को 20,195 वोट मिले. सबसे ज्यादा उलटफेर अमरावती ग्रेजुएट सीट पर हुआ है. यहां से कांग्रेस प्रत्याशी धीरज लिंगाड़े जीत गए हैं. धीरज ने बीजेपी प्रत्याशी रंजीत पाटिल को हराया है.
कांग्रेस के बागी नेता की जीत
कांग्रेस के बागी प्रत्याशी सत्यजीत तांबे ने नासिक में ग्रेजुएट एमएलसी सीट जीत ली है. कांग्रेस ने तांबे के पिता सुधीर तांबे को मैदान में उतारा था, जो तीन बार से एमएलसी का चुनाव जीत रहे हैं. ऐसे में उन्होंने खुद नामांकन करने के बजाय अपने बेटे सत्यजीत तांबे को निर्दलीय उम्मीदवार बनाया था. जिसके बाद कांग्रेस ने दोनों नेताओं को पार्टी से निलंबित कर दिया और महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवार शुभांगी पाटिल का समर्थन किया था. लेकिन जीत सत्यजीत तांबे की हुई.
बीजेपी को सिर्फ एक सीट मिली
कोंकण शिक्षक कोटा की एमएलसी सीट से भाजपा प्रत्याशी ज्ञानेश्वर म्हात्रे ने बलराम पाटिल को हराया, ज्ञानेश्वर म्हात्रे को 20 हजार से ज्यादा और बलराम पाटिल को महज 9500 वोट मिले है. इस तरह बीजेपी-शिंदे गठबंधन ने महाराष्ट्र में पांच में से एक सीट जीती है जबकि चार सीटों पर उसे हार का सामना करना पड़ा है. बीजेपी के लिए यह एक बड़ा झटका है.
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