अहमदाबाद: अहमदाबाद में रोड कटिंग को लेकर बीजेपी के गढ़ में बीजेपी का विरोध शुरू हो गया था. स्थानीय लोगों ने एक बार फिर नारणपुरा चौराहा से गांव तक 1.5 किमी रोड कटिंग के विरोध में बैनर लगाकर विरोध जताया था. स्थानिक लोगों के भारी विरोध के बाद आज अहमदाबाद नगर निगम ने रोड कटिंग के फैसले को स्थगित कर दिया है. रोड कटिंग के चलते 200 मकान-दुकान पर बुलडोजर चलने वाला था, लेकिन अंतिम समय में फैसला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया.
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करीब 200 घरों पर बुलडोजर चलाना था
नारणपुरा के स्थानिक लोग विरोध कर रहे थे क्योंकि अगर रोड कटिंग की कार्रवाई शुरू होती तो 200 घरों पर बुलडोजर चल जाता. लेकिन यह फैसला टाल दिया गया है, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है. नारणपुरा में आज यानी 16 फरवरी से अवैध अतिक्रण हटाने का अभियान चलाया जाना था जिसके चलते लोगों ने विरोध किया था और महिलाएं रोड पर उतर गई थीं. लेकिन भारी दबाव के चलते नगर निगम की टीम ने फैसले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है. अवैध निर्माण से लोगों को हो रही असुविधा को दूर करने के लिए करीब 200 घरों पर बुलडोजर चलाना था.
स्थानीय लोगों ने किया विरोध
स्थानीय लोगों ने चेतावनी दी थी कि अगर रोड कटिंग किया गया तो लोगों को इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़क पर उतरना पड़ेगा. नारणपुरा के लोगों ने कहा कि गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले भी इलाके में रोड कटिंग का मामला सामने आया था. जिसका हम लोगों ने विरोध किया था तब भाजपा नेताओं ने वादा किया था कि रोड कटिंग नहीं की जाएगी. लेकिन अब चुनाव के बाद भाजपा नेता अपना वादा भूल गए हैं.
विधानसभा चुनाव के बाद एक बार फिर रोड कटिंग का काम शुरू होने वाला था. स्थानीय लोगों ने इस मामले को लेकर विधायक जीतू भगत और स्थानीय नगरसेवकों से मुलाकात कर अपनी शिकायत दर्ज कराई थी. इतना ही नहीं रोड कटिंग का विरोध करने वाले लोगों ने अपने घर के बाहर पोस्टर लगाकर मांग कर रहे थे कि सरकार को बिल्डर प्यारे हैं या वोट देकर सत्ता में पहुंचाने वाली प्रजा?
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