गांधीनगर: गुजरात विधानसभा में बजट सत्र चल रहा है. पीएसआई भर्ती घोटाले को लेकर कांग्रेस ने सदन में हंगामा किया और विशेष चर्चा की मांग की. हालांकि, यह मांग नहीं मानी गई.
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कराई पुलिस अकादमी की पूरी घटना के संबंध में अमित चावड़ा ने राज्य सरकार से जवाब तलब किया. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन नियमों के अनुसार चलती है और चर्चा से पहले नोटिस दिया जाता है और प्रभारी मंत्री की अनुमति से ही चर्चा होती है. इस घटना को लेकर पक्ष और विपक्ष के नेता आमने-सामने आ गए. अर्जुन मोढवाडिया ने कहा कि सिर्फ 116 के नोटिस पर ही नहीं बल्कि जीरो आवर नियम के तहत भी चर्चा हो सकती है. विपक्ष ने सीधे तौर पर आरोप लगाया कि सरकार के सिस्टम में खामियां हैं.
कांग्रेसी नेताओं ने मामले को लेकर हाथ में बैनर और पोस्टर लेकर विरोध प्रदर्शन किया और गृह मंत्री हर्ष सांघवी के इस्तीफे की मांग की, सदन में भारी हंगामे की वजह से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेताओं को एक दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया. जिसके बाद निलंबित विधायकों ने वॉकआउट कर दिया.
विधानसभा में विपक्ष के नेता अमित चावड़ा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि “ये पेपर नहीं फूटा, गुजरात के नौजवानों की किस्मत फूटी, उनके सपने चकनाचूर हो गए है. पहले पेपर लीक होने का कांड हुआ और अब जो तरीका सामने आया है, उसे देखकर लगता है कि परीक्षा की तैयारी नहीं, फॉर्म नहीं भरना, परीक्षा नहीं देना बल्कि 40-50 लाख रुपया देकर सीधे नौकरी प्राप्त करना है. हम सभी ने देखा है कि कराई पुलिस अकादमी में किसी भी तरह की परीक्षा पास किए बिना मयूर नाम का एक युवक ट्रेनिंग करता है. लेकिन इसे भ्रष्टाचार के बारे में गृह विभाग को कुछ पता ही नहीं है. गृह मंत्री, जिन्होंने गुजरात के लाखों युवाओं के भविष्य से समझौता किया है, उन्हें अपनी नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए और युवाओं से माफी मांगनी चाहिए और तुरंत इस्तीफा देना चाहिए.
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