मुंबई: महाराष्ट्र में पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की मांग तेज हो गई है. मंगलवार से कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन योजना की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर उतर गए हैं. जिसकी वजह से सरकारी कामकाज पर असर दिख रहा है. राज्य में 17 लाख से अधिक सरकारी, अर्ध-सरकार, शिक्षा और गैर-शिक्षा कर्मचारी इस हड़ताल में हिस्सा ले रहे हैं.
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कर्मचारियों की हड़ताल के कारण, राज्य के विभिन्न हिस्सों में सरकारी कामकाज प्रभावित हो रहा है. दूसरी ओर, नॉन -टीचिंग स्टाफ के आंदोलन में शामिल होने से बोर्ड परीक्षा की अनुसूची को प्रभावित करने की संभावना है. हालांकि, हड़ताल से अस्पतालों में कोई समस्या नहीं हुई क्योंकि डॉक्टर विरोध में शामिल नहीं हुए है. सरकारी कार्यालयों के बाहर हड़ताल का सबसे ज्यादा असर दिख रहा है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ पुरानी पेंशन योजना को लेकर शुरू हुई हड़ताल के बाद बैठक की, बैठक के बाद सीएम शिंदे ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना के विषय में कल सकारात्मक चर्चा हुई थी. सरकार पूरी तरह सकारात्मक है. ये सरकार लोकहित के निर्णय लेने वाली सरकार है. एक कमेटी का गठन किया गया है. रिटायरमेंट के बाद कर्मचारियों का नुकसान ना हो ये जिम्मेदारी सरकार की है.
वहीं इस मामले को लेकर शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना को लेकर हर कोई सड़क पर है. किसानों की आत्महत्या बढ़ रही है. महाराष्ट्र में समाज का कोई भी तबका खुश नहीं है. कई समितियां बन चुकी हैं, लेकिन राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार होना बाकी है.
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