नई दिल्ली: जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ लल्लन सिंह ने कहा है कि राहुल गांधी के मामले में जल्दबाजी में लिया गया फैसला केंद्र सरकार की हताशा को दिखाता है.
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दिल्ली में उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि राहुल गांधी के संबंध में 24 घंटे के अंदर जिस प्रकार से फैसला लिया गया है वह दर्शाता है कि केंद्र सरकार हताशा में है. लोकतंत्र की प्रक्रिया होती है, कार्ट का फैसला चुनाव आयोग में जाता है. चुनाव आयोग के माध्यम से वे स्पीकर के पास जाता है. ये सारी प्रक्रिया 10 घंटे में करना असंभव है.
जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन ने मीडिया से बातचीत करते हुए आगे कहा कि 14 राजनीतिक दलों ने एक साथ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. मैं भी उसमें याचिकाकर्ता हूं, हमने यही कहा है कि जिस प्रकार केंद्र सरकार ED, CBI, IT का उपयोग अपने विरोधियों के खिलाफ कर रही है. उस पर ध्यान दिया जाए. 5 अप्रैल को इस पर सुनवाई होगी.
वहीं इस मामले को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की जिम्मेदारी बनती है कि क्षेत्रीय पार्टियों को आगे करें और उनके साथ खड़े हो जिससे भाजपा का मुकाबला किया जा सके. भाजपा के नेता कह रहे हैं कि पिछड़ों का अपमान हो गया. भाजपा के लोगों ने जब मुख्यमंत्री आवास को गंगाजल से धौया तब अपमान नहीं हुआ था?
राहुल गांधी की लोकसभा से अयोग्यता पर दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश की जनता को आगे आकर इसका मुकाबला करना होगा, अगर देश को बचाना है तो 130 करोड़ लोगों को आगे आना होगा. इससे फर्क नहीं पड़ता कि कौन सी पार्टी सत्ता में आती है लेकिन जिस तरह से जनतंत्र पर हमला हो रहा है वो सही नहीं है.
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