भाजपा सांसद और कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवान पिछले एक महीने से जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच बृजभूषण शरण सिंह का विवादित बयान सामने आया है. सिंह ने एक समारोह को संबोधित करने के दौरान कहा कि यह मामला छुआछूत का है. सही छुआ, या गलत छुआ. छुआछूत का रोग लेकर देवियां आ गई हैं.
Advertisement
Advertisement
कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह महाराणा प्रताप की जयंती समारोह में शामिल होने मऊ आए थे. यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी पहलवान आज तक यह नहीं बता पाए कि कब हुआ, कहां हुआ और कैसे हुआ?
पहलवानों का भी हो नार्को टेस्ट- बृजभूषण शरण सिंह
जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने आगे कहा कि कल खाप पंचायत हुई थी, जिसमें फैसला किया गया कि सांसद का नार्को टेस्ट कराया जाए. शाम को मैंने कहा कि मेरा नार्को टेस्ट कराया जाए लेकिन साथ ही आरोप लगाने वाले खिलाड़ियों का भी नार्को टेस्ट कराया जाए ताकि साजिशकर्ताओं का पता लगाया जा सके. बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि यह बैड टच और गुड टच का मामला है. यह छुआछूत का मामला है.
बृजभूषण सिंह ने किया था पलटवार
इससे पहले भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा था कि महासंघ, सरकार और जनता द्वारा खिलाड़ियों को दिया जाने वाला पैसा, गांव-गांव में उनको सम्मान मिल है. इसकी कीमत करोड़ों रुपए है. खिलाड़ियों को इसे वापस करना होगा. उसके बाद ही उनके मेडल वापस लिए जाएंगे. खेलों की वजह से उन्हें सरकारी नौकरी भी मिली है. मेडल लौटाने वाले पहलवानों को पैसा ब्याज के साथ लौटाना होगा.
बता दें कि पहलवान 23 अप्रैल से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे हैं. उनका कहना है कि जब तक हमें न्याय नहीं मिलता, बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक उनका धरना जारी रहेगा. पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. लेकिन अभी तक आगे की कार्रवाई नहीं हुई है. जंतर-मंतर पर बैठे पहलवानों को राजनेताओं और कई नामचीन हस्तियों का लगातार समर्थन मिल रहा है.
जम्मू कश्मीर में जी-20 बैठक का आज दूसरा दिन, 29 देशों के 61 प्रतिनिधि मौजूद
Advertisement