राजस्थान कांग्रेस में खिंचतान का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. हाल ही में कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे आज दिल्ली में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ अलग-अलग बैठक करने वाले हैं.
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बैठक सचिन पायलट के “अल्टीमेटम” को ध्यान में रखकर की जा रही है
मुख्यमंत्री कार्यालय ने सीएम गहलोत को लेकर जारी शेड्यूल में भी उनके दिल्ली दौरे की पुष्टि करता है. कांग्रेस की बैठक सचिन पायलट के “अल्टीमेटम” के बाद हो रही है जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर राज्य सरकार उनकी तीन मांगें इस महीने के अंत तक पूरी नहीं की करेगी तो वह राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेंगे. सचिन पायलट ने जन संघर्ष यात्रा के समापन पर भी गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए मांग किया था कि पिछली वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में हुए घोटालों की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए.
चुनाव से पहले दोनों को एक मंच पर लाने के लिए हाईकमान अलग-अलग बैठक करेगा
पार्टी के एक नेता के मुताबिक, 26 मई को प्रदेश के सभी नेताओं के साथ शीर्ष कांग्रेस नेताओं की बैठक होनी थी, लेकिन बाद में इसे टाल दिया गया. उन्होंने यह भी कहा कि इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आलाकमान गहलोत और पायलट को एक मंच पर लाने के लिए अलग-अलग मुलाकात करेगा. नेता ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कर्नाटक में सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार को एक साथ लाने में कामयाब रहे हैं. ऐसे में पार्टी अब यही फॉर्मूला राजस्थान में भी अपनाना चाहती है.
पायलट राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन का कर चुके हैं ऐलान
कांग्रेस नेता सचिन पायलट वसुंधरा राजे के शासन में हुए भ्रष्टाचार की जांच का मांग कर रहे हैं. इससे पहले उन्होंने एक दिन का उपवास भी किया था, लेकिन जब राज्य सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की तो उन्होंने जनसंघर्ष यात्रा निकालने का ऐलान किया था. 5 दिन की यात्रा खत्म हो गई है और अब उन्होंने एक बार फिर से गहलोत सरकार को 15 दिन में कार्रवाई करने की चेतावनी दी है नहीं तो फिर से राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है.
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