दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष की ओर से मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का आज दूसरा दिन है. राहुल गांधी ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान आक्रामक रुख अपनाते हुए मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला था. अब सत्ता पक्ष की ओर से स्मृति ईरानी के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मोर्चा संभाला है. उन्होंने कहा कि यूपीए का चरित्र अपनी सरकार बचाने के लिए भ्रष्टाचार करना है. यह अविश्वास प्रस्ताव देश में विपक्ष का असली चरित्र दिखाएगा. शाह ने कहा कि विपक्ष का यह अविश्वास प्रस्ताव सिर्फ भ्रम पैदा करने के लिए लाया गया है.
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लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा कि आजादी के बाद पीएम मोदी की सरकार ही ऐसी है जिसने सबसे ज्यादा लोगों का भरोसा जीता है. पीएम मोदी जनता के बीच सबसे लोकप्रिय नेता हैं, पीएम मोदी देश की जनता के लिए अथक प्रयास करते हैं. वह बिना एक भी छुट्टी लिए दिन में लगातार 17 घंटे काम करते हैं. लोग उन पर भरोसा करते हैं.
इसके अलावा अमित शाह ने कहा कि हमने किसानों को जो दिया है वह मुफ्त नहीं है, बल्कि हमने उन्हें आत्मनिर्भर बनाया है. यूपीए वाले कहते रहते हैं कि वे किसानों का कर्ज माफ कर देंगे. हम सिर्फ कर्ज माफ करने में विश्वास नहीं रखते, बल्कि ऐसी व्यवस्था बनाने में विश्वास रखते हैं, जहां किसी को कर्ज लेना ही न पड़े. मोदी सरकार ने कुछ ऐतिहासिक फैसले लिए और वंशवाद एवं भ्रष्टाचार को खत्म किया. यूपीए का चरित्र सत्ता की रक्षा करना है लेकिन एनडीए सिद्धांत की रक्षा के लिए लड़ता है. यह समझना होगा कि UPA जनधन योजना का विरोध क्यों कर रहे थे? पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि जब केंद्र से 1 रुपया भेजा जाता है, तो लाभार्थी तक केवल 15 पैसे ही पहुंचते हैं. लेकिन आज, आज पूरी राशि गरीबों तक पहुंचती है.
अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना हमला बोलते हुए कहा कि इस सदन में एक ऐसे नेता हैं जिन्हें 13 बार लॉन्च किया गया और 13 ही बार विफल रहे. उनका एक लॉन्च मैंने भी देखा जब वे बुंदेलखंड की महिला कलावती से मिलने गए थे. लेकिन उन्होंने कलावती के लिए क्या किया? कलावती को घर, बिजली, गैस आदि देने का काम नरेंद्र मोदी की सरकार ने किया है.
लोकसभा में सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने कश्मीर को आतंकवाद से पूरी तरह मुक्त कराने के लिए लगातार काम किया है. हम हुर्रियत, जमीयत और पाकिस्तान से नहीं, बल्कि कश्मीर घाटी के युवाओं से बात करेंगे. हमने देश में पीएफआई पर प्रतिबंध लगाया और देश में 90 से अधिक स्थानों पर छापे मारे. लंदन, ओटावा और सैन फ्रांसिस्को में हमारे दूतावसों पर हमलों से संबंधित मामले एनआईए को सौंप दिए गए. 26/11 तहव्वुर हुसैन राणा को भी जल्द ही भारत में न्यायपालिका का सामना करना पड़ेगा.
मणिपुर में हिंसा पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैं पहले दिन से ही मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार था लेकिन विपक्ष कभी चर्चा नहीं करना चाहता था. आप मुझे चुप नहीं करा सकते क्योंकि 130 करोड़ लोगों ने हमें चुना है इसलिए उन्हें हमारी बात सुननी होगी. मणिपुर में हमारी सरकार के पिछले छह वर्षों के दौरान कर्फ्यू की आवश्यकता कभी नहीं पड़ी थी. मैं मानता हूं कि मणिपुर में हिंसा की घटनाएं हुई हैं. ऐसी घटनाओं का कोई भी समर्थन नहीं कर सकता. इन घटनाओं पर राजनीति करना शर्मनाक.
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