दिल्ली: देश में जहां एक तरफ जी 20 की तैयारी की जा रही है, वहीं दूसरी ओर राष्ट्रपति की ओर से रात्रिभोज के लिए जारी निमंत्रण पत्र में इंडिया की जगह भारत लिखे जाने पर विवाद खड़ा हो गया है. इस विवाद के बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने चुनौती देते हुए कहा कि अगर बीजेपी या प्रधानमंत्री में हिम्मत है तो वे इसका नाम बदल दें. संविधान में संशोधन करना इतना आसान नहीं है, हम भी देखेंगे कौन आपका साथ देता है.
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देश का नाम बदलना कोई मामूली बात नहीं: उमर अब्दुल्ला
‘इंडिया-भारत’ नाम विवाद पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इसे कोई नहीं बदल सकता… देश का नाम बदलना कोई मामूली बात नहीं है. इसके लिए आपको देश का संविधान बदलना होगा. हिम्मत है तो करके दिखाइए, हम भी देखेंगे कौन आपका साथ देता है. अगर आप संविधान पढ़ें तो उसमें शुरू में ही लिखा है ‘इंडिया दैट इज भारत विच इज यूनियन ऑफ स्टेट्स’, उसमें दोनों नाम दर्ज़ हैं. इसके अलावा उमर अब्दुल्ला ने आगे कहा, ”क्या उनके पास संसद में दो-तिहाई बहुमत है?” और अगर है भी तो वह नाम बदलकर दिखाएं.
कैसे शुरू हुआ विवाद?
जी20 शिखर सम्मेलन में रात्रिभोज के लिए राष्ट्रपति द्वारा भेजे गए निमंत्रण पत्र पर कांग्रेस पार्टी ने सवाल उठाया था. जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति द्वारा रात्रिभोज के लिए भेजे गए निमंत्रण पत्र पर विवाद खड़ा हो गया है, जिसमें ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखा गया है. इसका कांग्रेस ने कड़ा विरोध किया है. विपक्ष ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश का नाम इंडिया से बदलकर भारत बनाने की योजना बना रहे हैं. इससे पहले राष्ट्रीय सेवक संघ के अध्यक्ष मोहन भागवत ने भी लोगों से अपील की थी कि लोगों को इंडिया की जगह भारत शब्द का इस्तेमाल करना चाहिए. इतना ही नहीं विपक्ष इसे अपने नए गठबंधन से भी जोड़कर देख रहा है, विपक्ष का कहना है कि हमारे गठबंधन इंडिया की वजह से मोदी सरकार ने इंडिया को भारत करने की योजना बना रही है.
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