समाजवादी पार्टी सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार आज सैफई गांव में उनके पैतृक आवास पर होगा. अंतिम संस्कार में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ कई मुख्यमंत्रियों के शामिल होने की उम्मीद है. मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरीर को नुमाइश ग्राउंड पंडाल में रखा गया है ताकि लोग उनका अंतिम दर्शन कर सकें. नुमाइश ग्राउंड पंडाल में अपने चहेते नेताजी का अंतिम दर्शन करने के लिए राज्य के कोने-कोने से लोग उमड़ रहे हैं.
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दोपहर 2 बजे मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर सैफई के श्मसान घाट ले जाया जाएगा. उसके बाद 3 बजे पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. धरतीपुत्र मुलायम सिंह के अंतिम संस्कार में राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत आधा दर्जन से ज्यादा राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे. इसके अलावा केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मुलायम सिंह को श्रद्धांजलि देने सैफई जा रहे हैं.
कांग्रेस की तरफ से मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की अंतिम संस्कार में शामिल होंगे. इसके अलावा महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार भी बेटी सुप्रिया सुले के साथ अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सैफई आ रहे हैं.
मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर 1939 को इटावा जिले के सैफई गांव में मूर्ति देवी और सुगर सिंह यादव एक किसान परिवार में हुआ था. वह रतन सिंह यादव से छोटे थे और अपने पांच भाई-बहनों अभयराम सिंह यादव, शिवपाल सिंह यादव, राजपाल सिंह और कमला देवी से बड़े थे. प्रोफेसर रामगोपाल यादव उनके चचेरे भाई हैं. पिता सुगर सिंह उन्हें पहलवान बनाना चाहते थे. मुलायम सिंह यादव ने अपने राजनीतिक गुरु चौधरी नाथू सिंह को मैनपुरी में आयोजित एक कुश्ती मैच में प्रभावित करने के बाद नाथू सिंह के पारंपरिक विधानसभा क्षेत्र जसवंत नगर से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी.
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