अहमदाबाद: राजधानी दिल्ली के बाद अब अहमदाबाद में वायु प्रदूषण की स्थिति खराब होती जा रही है. शहर के कुछ इलाकों में वायु प्रदूषण का बुरा हाल देखने को मिल रहा है. शहर के पिराना क्षेत्र में उच्चतम वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 343 था, जो बहुत खराब स्थिति को दर्शाता है. हालांकि, अहमदाबाद में औसत एक्यूआई 232 दर्ज किया गया वह भी खराब श्रेणी में आता है.
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भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की ओर से संचालित वायु गुणवत्ता सूचकांक बताने वाली सफर सेवा के अनुसार अहमदाबाद शहर में सबसे प्रदूषित क्षेत्र पिराना (343) था. डंपिंग क्षेत्र वाले इस क्षेत्र का एक्यूआई 343 दर्ज किया गया है. इसके अलावा दूसरा सबसे प्रदूषित क्षेत्र नवरंगपुरा और चांदखेड़ा है. इन इलाकों में एक्यूआई 252 तक पहुंच गया जो खराब स्थिति दर्शाता है. जबकि रायखड़ इलाके में भी एक्यूआई (239) खराब स्थिति में रिकॉर्ड किया गया. शहर के अन्य इलाकों में राखियाल में 180, गिफ्ट सिटी में 159, बोपल में 156, सैटेलाइट में 149 एक्यूआई रहा. वायु प्रदूषण के आधार पर इस स्थिति को मध्यम कहा जा सकता है. अहमदाबाद ही नहीं, बल्कि मुंबई, पुणे और दिल्ली में भी वायु प्रदूषण बढ़ रहा है.
एक्यूआई 100 तक चिंता की बात नहीं है
वायु मानक संस्था के मुताबिक जब किसी शहर की वायुगुणवत्ता 0 से 50 के बीच होता है तो इसे अच्छा माना जाता है. लेकिन 51 से 100 के बीच की गुणवत्ता को संतोषजनक लेकिन जब किसी शहर की वायु गुणवत्ता 400 और 500 के पार कर जाए तो उसे गंभीर स्थिति माना जाता है. एक्यूआई जब 300 से ऊपर जाता है तो सेहत को लेकर सावधानी बरतनी पड़ती है. इस स्थिति में सांस लेने में दिक्कत बढ़ सकती है. डॉक्टरों की सलाह है कि एक्यूआई 300 से ज्यादा होने पर लोगों को मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए. वायु प्रदूषण बढ़ने की वजह से अस्थमा जैसी बीमारियों से पीड़ित लोगों की दिक्कत बढ़ जाती है.
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