गृह मंत्री अमित शाह ने काउंटर-टेररिज्म फाइनेंसिंग पर तीसरे ‘नो मनी फॉर टेरर’ मंत्रिस्तरीय सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने पीएफआई का नाम लिए बिना कहा कि कुछ संस्थाएं सामाजिक गतिविधियों की आड़ में युवाओं को आतंक की ओर ढकेलने का काम कर रहे थे. जिन पर हमारी सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि हम आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ एक प्रभावी दीर्घकालिक और ठोस लड़ाई के बिना, भयमुक्त समाज और भयमुक्त दुनिया का अस्तित्व सोच ही नहीं सकते हैं.
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सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मेरा मानना है कि आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला करने के लिए हमारा दृष्टिकोण 5 स्तंभों पर आधारित होना चाहिए हमें आतंकवाद और आतंकी गुटों के खिलाफ भौगोलिक क्षेत्र और वर्चुअल में लड़ना होगा. ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां कुछ संगठन राष्ट्रीय और अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि अभी हाल में ही सामाजिक गतिविधि की आड़ में युवाओं को कट्टरपंथ बनाकर और उन्हें आतंक की तरफ धकेलने की साजिश करने वाली एक संस्था को बैन किया है. मेरा मानना है कि हर देश को ऐसी संस्था को चिन्हित कर उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई करनी चाहिए. मेरा स्पष्ट मानना है कि आतंकवाद लोकतंत्र, मानव अधिकार, आर्थिक प्रगति और विश्व शांति के ख़िलाफ़ नासूर है, जिसे हमें जीतने नहीं देना है. कोई भी एक देश या संगठन आतंकवाद को अकेला नहीं हरा सकता.
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