खालिस्तान समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के मुखिया अमृतपाल सिंह के पंजाब में होने की संभावना है. अमृतपाल के पंजाब में होने के दावे के बाद पंजाब पुलिस होशियारपुर में सर्च ऑपरेशन चला रही है. कहा जा रहा है कि अमृतपाल एक बार फिर पंजाब पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो गया है. इसी बीच अमृतपाल सिंह का प्लान सामने आया है.
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अमृतपाल सिंह एक इंटरनेशनल चैनल को इंटरव्यू देने जालंधर वापस जा रहा था. उसकी योजना थी कि वह पहले पूरे मामले का बयान देगा और फिर पंजाब पुलिस के सामने सरेंडर करेगा, लेकिन पुलिस को इसकी भनक लग गई और उसकी योजना पर पानी फिर गया.
पंजाब पुलिस की खुफिया इकाई फगवाड़ा से अमृतपाल की कार का पीछा कर रही थी. अमृतपाल के चालक ने कार को होशियारपुर जिले के मरनैया गांव स्थित गुरुद्वारे में घुसा दी, इसके बाद वाहन चालू छोड़कर वाहन में सवार दोनों आरोपी दीवार फांदकर फरार हो गए. हालांकि, इसके बार में अभी तक जानकारी सामने नहीं आई है कि गाड़ी से भागने वाला कौन था, अमृतपाल एक बार फिर होशियारपुर में पुलिस नाका तोड़कर फरार हो गया. उसका साथी पप्पलप्रीत और एक अन्य सहयोगी भी उसके साथ फरार हो गया है. फिलहाल पंजाब पुलिस की टीम ने आसपास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है.
अमृतपाल इनोवा कार से पहले भी हो चुका है फरार
इससे पहले पंजाब पुलिस ने होशियारपुर में अमृतपाल की कार का पीछा कर रहे दो लोगों को हिरासत में लिया था. इन लोगों ने पुलिस पूछताछ में पुष्टि की कि इनोवा गाड़ी से फरार होने वाला व्यक्ति अमृतपाल है. साथ ही उन्होंने बताया कि अमृतपाल के साथ पप्पलप्रीत और एक तीसरा व्यक्ति भी मौजूद था.
कौन है अमृतपाल सिंह?
अमृतपाल सिंह का जन्म 1993 में अमृतसर के जलुपुर खेड़ा में हुआ था. कक्षा 12 तक अध्ययन करने के बाद उसका पूरा परिवार 2012 में दुबई के लिए रवाना हो गया था. वह पिछले साल फरवरी में दीप सिद्धू की मौत के बाद से ‘वरिस पंजाब दिवस’ संगठन का नेतृत्व कर रहा है. अमृतपाल सिंह ने हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह को धमकी दी थी, उसने कहा कि इंदिरा गांधी ने भी हमें दबाने की कोशिश की थी, उनका क्या हुआ?
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