प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम अशरफ की हत्या के मामले में तीनों आरोपियों को चार दिन की हिरासत में भेज दिया गया है. तीनों को बुधवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) के समक्ष पेश किया गया था. मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी ने तीनों हत्यारों लवलेश तिवारी, सन्नी सिंह और अरुण मौर्य की रिमांड की मांग की थी.
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बताया जा रहा है कि अतीक अहमद और अशरफ के हमलावरों ने शुरुआती पूछताछ में कहा है कि वे बड़े माफिया बनना चाहते थे. इसलिए उन्होंने सनसनीखेज तरीके से इस घटना को अंजाम दिया. शूटरों के मुताबिक वे छोटा माफिया नहीं बनना चाहते थे, इस घटना के बाद तीनों आरोपी सुर्खियों में आना चाहते थे. इसीलिए उन लोगों ने मीडिया के सामने इस घटना की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया. अब एसआईटी तीनों से पूछताछ कर मामले की तह तक जाएगी, जिससे बड़े खुलासे होने की उम्मीद है.
अतीक-अशरफ की 15 अप्रैल को हत्या कर दी गई थी
प्रयागराज में शनिवार रात माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अरुण मौर्य, सन्नी और लवलेश तिवारी ने इस दोहरे हत्याकांड को पुलिस घेरे में अंजाम दिया था. जैसे ही अतीक और उसके भाई अशरफ ने मीडिया से बात करनी शुरू की, ये तीनों पत्रकार बनकर पुलिस के काफिले के पास पहुंचे और फायरिंग शुरू कर दी. इस दौरान करीब 18 राउंड फायरिंग की गई, जिसमें 8 गोलियां अतीक अहमद को लगीं. गोली इतनी नजदीक से दोनों को मारी गई थी कि उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी.
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