भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों ने रविवार सुबह 7 बजकर 12 मिनट पर इसरो के नेविगेशन सैटेलाइट को ले जाने वाले जीएसएलवी रॉकेट के प्रक्षेपण की उलटी गिनती शुरू कर दी थी. यह उलटी गिनती 27.5 घंटे की थी. इसरो इस प्रक्षेपण के माध्यम से दूसरी पीढ़ी के नेविगेशन उपग्रहों की एक श्रृंखला लॉन्च कर रहा है. इसे सोमवार को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के लॉन्च पैड से लॉन्च किया गया है.
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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने 29 मई 2023 को सुबह 10:42 बजे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से नए युग के नेविगेशन उपग्रह का प्रक्षेपण किया है. इस उपग्रह को NVS-01 नाम दिया गया है, उपग्रह लॉन्च पैड -2 से GSLV-F12 रॉकेट द्वारा लॉन्च किया गया है.
#WATCH आंध्र प्रदेश: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में जीएसएलवी-एफ12 सैटेलाइट लॉन्च किया। pic.twitter.com/qgDhTRO9v4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 29, 2023
इससे भारत के स्वदेशी नेविगेशन सिस्टम NAVIC की निरंतरता बनाए रखने में मदद मिलेगी. NAVIC GPS की तरह काम करता है. यह मेक इन इंडिया नेविगेशन उपग्रह 1500 किलोमीटर के दायरे में और इसके आसपास सटीक वास्तविक समय नेविगेशन सुनिश्चित करता है. NAVIC सिग्नल को 20 मीटर तक के दायरे में उपयोगकर्ता की सटीक स्थिति बताने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
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