सूरत: भरूच के दहेज में भूमिगत गटर की सफाई करने उतरे चार मजदूरों में से तीन की दम घुटने से मौत हो गयी है. जबकि एक की हालत गंभीर है. चारों मजदूर नाले की सफाई के लिए एक-दूसरे के सहारे नाले में उतरे थे. लेकिन तीन की दम घुटने से मौत हो गई और एक मजदूर को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
Advertisement
Advertisement
भरूच के दहेज ग्राम पंचायत की सीमा में एक भूमिगत नाले की सफाई के क्रम में चार मजदूर नाले में उतरे थे, जिसमें तीन मजदूरों की दम घुटने से मौत हो गयी, जबकि एक मजदूर की हालत गंभीर होने पर नजदीकी अस्पताल में रेफर कर दिया गया. इन तीनों मजदूरों की मौत से परिवार ने जमकर हंगामा किया. फिलहाल इन मजदूरों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भरूच के सिविल अस्पताल में भेज दिया गया है. घटना की सूचना मिलते ही भरूच डीएसपी और स्थानीय पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची और मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है.
विधानसभा में उठ चुका है सवाल
गुजरात विधानसभा में बजट सत्र के बाद प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक इमरान खेड़ावाला ने सवाल पूछा था कि गुजरात में गटर की सफाई करने वाले मजदूरों की अगर दुर्घटना में मौत हो जाती है तो उनके परिवार को सरकार की ओर मुआवजा कितना दिया जाता है? उनके सवाल के लिखित जवाब में सरकार ने कहा कि पिछले दो सालों में राज्य में कुल 11 सफाई कर्मचारियों की मौत हुई है. जिसमें 5 परिवारों को सहायता राशि दी जा चुकी है और 6 सफाई कर्मचारियों के परिवार को अभी तक सहायता राशि नहीं दी जा सकी है.
प्रति व्यक्ति 10 लाख रुपये की सहायता
सरकार ने लिखित में इमरान खेड़ावाला के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि साल 2021 से 2022 तक 7 सफाईकर्मियों की मौत हुई है. जिनमें से 5 परिवार के सदस्यों को 50 लाख रुपये की सहायता दी गई है. प्रत्येक मृतक परिवार को 10 लाख रुपए की मदद की गई है. सरकार ने कहा कि वर्ष 2021 से 23 तक कुल 6 सफाई कर्मचारियों के परिवारों को सहायता भुगतान मिलना बाकी है. जिसमें प्रति परिवार 10 लाख रुपए दिए जाने हैं.
अहमदाबाद के केडी अस्पताल में 40 वर्षीय महिला के दोनों फेफड़ों का सफल प्रत्यारोपण
Advertisement