नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है. बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, सीडीएस लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान, तीनों सेना प्रमुख, विदेश सचिव और रक्षा सचिव भी हिस्सा लेंगे. इस मामले को लेकर राजनाथ सिंह सदन को संबोधित भी कर सकते हैं. इस मुद्दे पर संसद में हंगामा हो सकता है क्योंकि कांग्रेस के कुछ नेता संसद के दोनों सदनों में चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव लाने जा रहे हैं.
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गौरतलब है कि अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास एक स्थान पर नौ दिसंबर को भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई थी. जिसमें ‘दोनों पक्षों के कुछ सैनिक सामान्य रूप से घायल हो गए थे.’ भारतीय सेना ने सोमवार को यह जानकारी दी थी.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस मामले को लेकर ट्वीट करते हुए लिखा ”चीन ने एक बार फिर हमारे सैनिकों को भड़काया है. हमारे जवानों ने बहादुरी से लड़ाई लड़ी और कुछ जवान घायल भी हुए है. हम राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर एक राष्ट्र के रूप में एकजुट हैं और इसे राजनीतिकरण नहीं होने देना चाहिए लेकिन मोदी सरकार को एलएसी पर चीन की आक्रामकता और अप्रैल 2020 से चल रहे निर्माण कार्य के बारे में ईमानदार होना चाहिए.”
मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा, सरकार को संसद में इस मुद्दे पर चर्चा करनी चाहिए और देश को भरोसे में लेना चाहिए, हम अपने सैनिकों की वीरता और बलिदान के ऋणी हैं.”
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