#बैठकपुराण भावनगर (ग्रामीण): पचास पचास कोस दूर ‘भाई’ का नाम ही काफी है

पीराम के पादशाह कहे जाने वाले मोखडाजी गोहिल का समुद्री तट पर किसी जमाने में बोलबाला था. दिल्ली के सुल्तान मुहम्मद तुगलक को आंख दिखाने वाले मोखडाजी को वास्तव में हिंदुस्तान के पहला समुद्री राजा माना जाना चाहिए. आज भी पीरम बेट से गुजरते समय भारतीय नौसेना दल सहित जहाज मोखडाजी को टेक्स के रूप … Continue reading #बैठकपुराण भावनगर (ग्रामीण): पचास पचास कोस दूर ‘भाई’ का नाम ही काफी है