राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ जम्मू-कश्मीर में प्रवेश कर चुकी है. मौजूदा हालात के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराने वाले तमाम नेता राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा को समर्थन देने का ऐलान कर रहे है. इसी बीच कुछ दिन पहले जेल से छूटकर आए शिवसेना नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत जम्मू-कश्मीर पहुंचे और राहुल गांधी की यात्रा में शामिल हुए. अब इस यात्रा में जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी शामिल होने जा रही हैं.
बीजेपी के समर्थन से सीएम बनीं थी महबूबा मुफ्ती
जम्मू-कश्मीर में अक्सर पाकिस्तान और अलगाववादी नेताओं के प्रति सहानुभूति व्यक्त करने वाली महबूबा मुफ्ती पर अलगाववादी नेताओं का समर्थन करने का आरोप लगाया जाता है. लेकिन भाजपा के समर्थन से ही महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं थी. 2016 से 2018 तक मुख्यमंत्री रहीं महबूबा मुफ्ती को तब बीजेपी से कोई शिकायत नहीं थी.
‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल होंगी महबूबा मुफ्ती
पांच दशक तक जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस के स्तंभ रहे पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस से अलग होकर अपने राज्य में डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी बनाने के बाद पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता महबूबा के लिए सत्ता की राह मुश्किल हो गई है. जो बीजेपी के सहयोगी रह चुकी हैं. ऐसे में महबूबा मुफ्ती राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का समर्थन कर रही हैं.
अब गुलाम नबी आजाद ने जम्मू-कश्मीर को अपना ठिकाना बना लिया है. इससे राज्य में कांग्रेस की स्थिति काफी कमजोर हुई है. उल्लेखनीय है कि जहां बीजेपी वहां महबूबा मुफ्ती के साथ सरकार बना सकती है, वहीं कांग्रेस से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले गुलाम नबी आजाद को जम्मू-कश्मीर में बढ़ावा देना बीजेपी के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है. हालांकि गुलाम नबी आजाद की पार्टी को पिछले कुछ दिनों से झटका लगा है और उनकी पार्टी के उपाध्यक्ष समेत करीब डेढ़ दर्जन लोग पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. राहुल गांधी की यात्रा में महबूबा मुफ्ती का शामिल होने के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
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