गांधीनगर: गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद हाईकमान जल्द ही नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति कर सकता है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और उपनेता के नामों की घोषणा के बाद कांग्रेस जनवरी के अंत तक नए पार्टी अध्यक्ष की घोषणा कर सकती है.
कांग्रेस ने गुजरात विधानसभा में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा को नेता प्रतिपक्ष और शैलेश परमार को उपनेता बनाया है. अमित चावड़ा क्षत्रिय हैं लेकिन ओबीसी से आते हैं. जबकि शैलेश परमार अनुसूचित जाति से आते हैं. कांग्रेस जातिय समीकरण को ध्यान में रखते हुए पाटीदार नेता को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंप सकती है. गुजरात प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर कई नामों की चर्चा चल रही है लेकिन परेश धनानी का नाम इस रेस में सबसे ऊपर है.
प्रदेश अध्यक्ष की रेस में यह नाम भी शामिल
सूत्रों के मुताबिक डॉक्टर जीतू पटेल, अर्जुन मोढवाडिया और दीपक बाबरिया का नाम भी शामिल है. अर्जुन मोढवाडिया पहले भी प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. डॉ. जीतू पटेल वर्तमान में गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष हैं. कांग्रेस ने दिसंबर, 2021 में जगदीश ठाकोर को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था लेकिन जगदीश ठाकोर के नेतृत्व में पार्टी को राज्य में सिर्फ 17 सीटें मिली है. ओबीसी वर्ग से आने वाले जगदीश ठाकोर को बड़ी उम्मीदों से यह पद दिया गया था लेकिन जगदीश ठाकोर विधानसभा चुनाव के त्रिकोणीय मुकाबले में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए इसलिए अब उनकी छुट्टी हो सकती है.
1990 के बाद से कांग्रेस का सबसे खराब प्रदर्शन
गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 182 में से सिर्फ 17 सीटें मिली थीं. यह कांग्रेस का अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन है. इससे पहले 1990 के चुनाव में कांग्रेस को 30 सीटें मिली थीं. 1995 के चुनाव में कांग्रेस ने 45 सीटें जीतीं, इसके अलावा राज्य में कांग्रेस की सीटों की संख्या कभी भी 50 से कम नहीं हुई थी. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पहली बार 10 प्रतिशत से कम सीट अपने नाम कर पाई है. चुनाव में मोदी का ऐसा जादू चला कि कांग्रेस के कई दिग्गजों को हार का सामना करना पड़ा था.
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