भुज: गुजरात के कच्छ में सुबह 4.2 तीव्रता का भूकंप आया. भूकंप अनुसंधान संस्थान ने इस बात की जानकारी दी है. अधिकारियों ने बताया कि भूकंप से किसी तरह के नुकसान या संपत्ति के नुकसान की कोई सूचना नहीं है. गांधीनगर स्थित आईएसआर ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि सुबह छह बजकर 38 मिनट पर 4.2 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया और इसका केंद्र कच्छ के दुधई गांव से 11 किलोमीटर उत्तर-पूर्वोत्तर में था.
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कच्छ भूकंपीय रूप से संवेदनशील क्षेत्र
भूकंप विज्ञान अनुसंधान संस्थान ने कहा कि इससे पहले आने वाले भूकंप का केंद्र जिले के खावड़ा गांव से 23 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण पूर्व में सुबह 5 बजकर 18 मिनट पर 3.2 की तीव्रता का था. कच्छ भूकंपीय रूप से संवेदनशील क्षेत्र है और कम तीव्रता के भूकंप नियमित रूप से आते रहते हैं.
भूकंप ने भयानक तबाही मचाई थी
26 जनवरी 2001 को ठीक 8.45 बजे देश के साथ-साथ कच्छ जिला गणतंत्र दिवस मनाने में व्यस्त था. इसी बीच अचानक धरती हिलने लगी थी और देखते ही देखते सब कुछ तबाह हो गया था. रिक्टर पैमाने पर 6.9 तीव्रता का भूकंप रिकॉर्ड किया गया था. इसका केंद्र भचाऊ तालुक से 12 किमी दूर था. इस भूकंप के एक झटके ने कई इमारतों को जमींदोज कर दिया था. इस भूकंप में गुजरात में 20 हजार लोगों की जान चली गई थी जबकि हजारों लोग बेघर हो गए थे. इस भयानक भूकंप में 4 लाख घर तबाह हो गए थे. इसके अलावा भूकंप ने गुजरात के 21 जिलों को प्रभावित किया था.
कच्छ के अलावा अन्य जिलों में भी मातम छाया रहा
गुजरात और खासकर कच्छ के लोग साल 2001 की 26 जनवरी को कभी नहीं भूल सकते. हजारों लोगों की जान लेने वाले भयंकर भूकंप के दो दशक बाद भी कच्छ के लोग उस दिन को नहीं भूले हैं. कच्छ के अलावा राज्य के 21 जिलों में 700 किमी के दायरे में इस भूकंप के असर को महसूस किया गया था. भूकंप से गुजरात के 18 शहर, 182 तालुका और 7904 गांव प्रभावित हुए थे. इसकी वजह से भुज, भचाऊ, अंजार और रापर जैसे इलाके बिल्कुल तबाह हो गए थे.
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