अहमदाबाद: गुजरात सरकार ने सूदखोरों पर नकेल कसने के लिए सख्त कानून बनाया है. लेकिन सूदखोरों का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले कुछ समय से राज्य में आत्महत्या करने वालों की संख्या बढ़ी है, आत्महत्या के ज्यादातर मामलों में पीड़ित को प्रताड़ित किया जा रहा है. कलोल में सूदखोरों के प्रताड़ना के चलते एक युवक ने आत्महत्या कर ली है.
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गुजरात में सूदखोरों के खिलाफ पुलिस ने अभियान शुरू किया है. लेकिन सूदखोर पुलिस की इस मुहिम से बेखौफ नजर आ रहे हैं. सूदखोरों के चंगुल में फंसे कलोल के एक युवक ने नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली है. सुसाइड से पहले उसने जो नोट लिखा है उसमें लिखा है कि मेरे परिवार को परेशान मत करना. पुलिस ने इस घटना को लेकर मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है.
भजिया की दुकान चलाकर परिवार का करता था भरण-पोषण
प्राप्त विवरण के अनुसार कलोल के विनोदभाई कानाजी ठाकोर भजिया की दुकान चलाकर अपनी जीविका चलाते थे. वह छोटी-छोटी रकन लेकर इस तरीके से सूदखोरों के चंगुल में फंस गया कि वहां से निकलना मुश्किल हो गया जिसके बाद वह नहर में कूदकर आत्महत्या की ली. मरने से पहले लिखे सुसाइड नोट में उसने लिखा कि मेरे परिवार को परेशान मत करना. नहर से जब विनोदभाई ठाकोर का शव बरामद हुआ तो उसकी जेब से एक नोट मिला जिसमें सूदखोरों के नाम और उनसे ली गई रकम का दर्ज है.
विनोदभाई ने नोट में अपने घर का मोबाइल नंबर भी लिखा और नोट को प्लास्टिक की थैली में डालकर नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली. जेब में रखा नोट गीला न हो जाए इसके लिए विनोद ने नोट को प्लास्टिक बैग के अंदर रखा था. नहर में शव मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. लेकिन सवाल यह उठता है कि सख्त कानून बनने के बावजूद भी सूदखोरों का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. हर दिन कोई न कोई इनकी जाल में फंसकर आत्महत्या कर रहा है.
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