नई दिल्ली: मुंद्रा बंदरगाह पर 20 फरवरी को 3000 किलोग्राम हेरोइन जब्त किए जाने के मामले में एनआईए ने दूसरा पूरक आरोप पत्र दाखिल किया है. एनआईए ने कहा कि यह मादक पदार्थ अफगानिस्तान बंदरगाह अब्बास से ईरान के माध्यम से भेजा गया था.
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एनआईए ने कहा कि उसे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मार्गों के माध्यम से अफगानिस्तान से भारत में अवैध मात्रा में हेरोइन की तस्करी के लिए एक संगठित आपराधिक साजिश का पता चला है था. जांच के अनुसार, हेरोइन की बिक्री से प्राप्त आय का उपयोग लश्कर-ए-तैयबा के गुर्गों द्वारा आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया जाना था.
एनआईए ने चार्जशीट में क्या कहा?
एजेंसी ने कहा कि दिल्ली के लोकप्रिय नाइट क्लबों के मालिक हरप्रीत सिंह उर्फ कबीर तलवार जिसे पिछले साल अगस्त में गिरफ्तार किया गया था, वह भारत में अफगान हेरोइन की तस्करी के लिए वाणिज्यिक व्यापार मार्गों का दुरुपयोग करने के लिए दुबई गया था. एजेंसी ने कहा कि वह ड्रग्स तस्करी के लिए अपनी कंपनियों का इस्तेमाल कर रहा था.
चार्जशीट में इन लोगों के नाम
एनआईए ने अहमदाबाद में एक विशेष अदालत के समक्ष पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर स्थित ऑपरेटिव मोहम्मद इकबाल अवान, दुबई स्थित वित्येश कोसर उर्फ राजू दुबई और तलवार सहित 22 व्यक्तियों और कंपनियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है.
सितंबर 2021 में भारी मात्रा में हेरोइन जब्त की गई थी
एनआईए ने पिछले साल 14 मार्च को इस घटना में 16 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी. उसके बाद 29 अगस्त 2022 को 9 आरोपियों के खिलाफ पहला पूरक आरोप पत्र दाखिल किया गया था. 13 सितंबर, 2021 को मुंद्रा पोर्ट पर 2,988 किलोग्राम अफगानी हेरोइन जब्त की गई थी.
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