दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि वह देश का प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहते हैं. इसके बजाय वह देश हित में काम करना पसंद करेंगे.
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नीतीश ने 2024 के आम चुनाव से पहले विपक्ष को एकजुट करने के प्रयास के तहत समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद यह बात कही. उनके साथ उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव भी थे.
सोमवार को तीनों के बीच बंद कमरे में बातचीत हुई थी. इसके बाद नीतीश कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वह बीजेपी से मुकाबले के लिए विपक्षी पार्टियों को साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं. कई नेताओं से बातचीत चल रही है. इस दौरान नीतीश ने कहा कि मुझे सत्ता और पद का कोई लालच नहीं है. मेरा प्रयास देशहित में काम करने का रहेगा.
उन्होंने कहा कि वह देश के अगले प्रधानमंत्री नहीं बनने जा रहे हैं. जब नीतीश से पूछा गया कि विपक्ष का नेतृत्व कौन करेगा तो उन्होंने कहा कि यह तब तय होगा जब गठबंधन बनेगा. नीतीश ने आगे कहा कि मुझे अपने लिए कुछ नहीं चाहिए. मैं देश के हित में काम करूंगा. इसमें अन्य लोग भी साथ होंगे और फिर हम मिलकर फैसला करेंगे.
इस बीच, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने नीतीश का समर्थन किया और कहा, “भाजपा भारत के इतिहास को बदलना चाहती है. लेकिन पहले उन्हें इतिहास को समझना होगा.” भाजपा के लोग कोई काम नहीं कर रहे हैं, सिर्फ प्रचार कर रहे हैं, हम तमाम लोगों को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं. विपक्षी दलों को एकजुट करेंगे और 2024 का चुनाव लड़ेंगे.
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