केंद्रीय बैंक के गवर्नर ने ईरानी मुद्रा रियाल में रिकॉर्ड गिरावट के लिए कुछ हद तक सरकार विरोधी प्रदर्शनों को जिम्मेदार ठहराया है. ईरान की मुद्रा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई है. फॉरेन एक्सचेंज साइट बोनबास्ट के मुताबिक बाजार में एक डॉलर 3 लाख 95 हजार रियाल तक बिक रहा है. इससे पहले पिछले शुक्रवार को यह एक डॉलर तीन लाख 86 हजार पर चल रहा था. लोग अपनी बचत को बचाने के लिए डॉलर और सोना खरीदने की कोशिश कर रहे हैं.
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सेंट्रल बैंक के गवर्नर अली सालेहाबादी ने स्वीकार किया, “अमेरिकी प्रतिबंधों और पिछले दो महीनों की घटनाओं ने ईरानी मुद्रा को कमजोर कर दिया है. कमजोर रियाल को सहारा देने के लिए डॉलर बाजार में लाए जा रहे हैं. महसा अमिनी की मृत्यु के बाद शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद से रियाल लगभग 20 प्रतिशत गिर गया है.
मई 2018 में अमेरिका के परमाणु समझौते से बाहर निकलने और ईरान पर प्रतिबंधों को फिर से लागू करने से पहले देश की मुद्रा डॉलर के मुकाबले 65,000 डॉलर के आसपास कारोबार कर रही थी.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, सरकार विरोधी प्रदर्शनों में अब तक 495 प्रदर्शनकारी मारे गए हैं, जिनमें 68 नाबालिग भी शामिल हैं. इसके अलावा सुरक्षा बलों के 62 जवानों की भी मौत हुई है, जबकि 18 हजार 450 लोगों के गिरफ्तार होने का अनुमान है.
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