224 सीटों वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 10 मई को मतदान होगा और 13 मई को मतगणना होगी. उससे पहले सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. नेता एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना ‘जहरीले सांप’ से करके नया विवाद खड़ा कर दिया है. हालांकि उनके विवाद को लेकर भारी हंगामा के बाद अब सफाई भी दी है.
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कालाबुरागी में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ‘जहरीले सांप’ की तरह है, आप सोचेंगे कि यह जहर है या नहीं. यदि आप इसे चखेंगे, तो आपकी मौत हो जाएगी.
खड़गे ने सिलसिलेवार ट्वीट कर दी सफाई
बयान के बाद हुए हंगामे के बाद खड़गे ने एक साथ कई ट्वीट कर इस मामले को लेकर सफाई दी है. उन्होंने अपने पहले ट्वीट में लिखा “BJP की विचारधारा विभाजनकारी, वैमनस्यपूर्ण तथा ग़रीबों व दलितों के प्रति नफ़रत व पूर्वाग्रह से भरी है. मैंने इसी नफ़रत व द्वेष की राजनीति की चर्चा की, मेरा बयान न व्यक्तिगत तौर से प्रधानमंत्री मोदी जी के लिये था ना किसी और व्यक्ति विशेष के लिए. मैंने ग़रीबों व दलितों का दुख दर्द देखा भी है और सहा भी है. पॉंच दशकों से भाजपा तथा RSS की विभाजनकारी विचारधारा से, उनके नेताओं से, मेरा विरोध हमेशा से रहा है. मेरी राजनीतिक लड़ाई उनकी राजनीति के ख़िलाफ़ थी, है और हमेशा रहेगी”.
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा “मैंने सदा दोस्तों व विरोधियों के प्रति राजनीतिक शुचिता की मर्यादाओं और परंपराओं को निभाया है और जीवन के आख़िरी साँस तक निभाऊँगा. मैं बड़े पदों पर बैठे लोगों की तरह व्यक्तियों और उनकी तकलीफ़ों का मज़ाक़ नहीं उड़ाता क्योंकि…अपितु जिस विचारधारा का वो प्रतिनिधित्व करते हैं, उसके लिए था. प्रधानमंत्री मोदी जी के साथ हमारी लड़ाई निजी लड़ाई नहीं है. वैचारिक लड़ाई है. मेरा इरादा किसी की भावना आहत करने का नहीं था और अगर ज़ाने अनजाने में किसी की भावना आहत हुई तो ये मेरी मंशा कदापि नहीं थी”
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