खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को खोजने के लिए पंजाब पुलिस का सर्च ऑपरेशन तेजी से चल रहा है. इस बीच दावा किया जा रहा है कि अमृतपाल के चाचा हरजीत सिंह और ड्राइवर हरप्रीत सिंह ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है. दरअसल, शनिवार (18 मार्च) को पुलिस ने अमृतपाल सिंह और उसके कई समर्थकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की है. अब खबर सामने आ रही है कि अमृतपाल का चाचा और उसका ड्राइवर शनिवार आधी रात को पुलिस के सामने पेश हुए. दोनों अमृतपाल की मर्सिडीज कार में आए थे.
Advertisement
Advertisement
अमृतपाल सरेंडर कर सकता
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शनिवार को अमृतपाल का ड्राइवर और चाचा एक ही मर्सिडीज कार से फरार हो गए थे. माना जा रहा है कि जल्द ही अमृतपाल भी पुलिस के सामने पेश हो सकता है. डीआईजी स्तर का एक अधिकारी अमृतपाल के सरेंडर के लिए उसके चाचा हरजीत सिंह से बातचीत कर रहा है. साथ ही हरजीत सिंह के पास से 32 बोर की पिस्टल और एक लाख रुपए बरामद किए गए हैं.
पंजाब में हाई अलर्ट
बता दें कि 18 मार्च से शुरू हुई पंजाब पुलिस की कार्रवाई 19 मार्च को भी जारी रही. वहीं, पुलिस ने अब तक 112 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने 7 अवैध हथियार, 300 से ज्यादा गोलियां, 3 वाहन जब्त किए हैं. साथ ही कुछ फोन ऐसे भी मिले हैं जिन्हें टेक्निकल एनालिसिस के लिए भेजा गया है. उसके पाकिस्तान-आईएसआई से संबंध भी सामने आए हैं. पंजाब में पुलिस ने हाई अलर्ट जारी किया है. पुलिस ने इस कार्रवाई के दौरान अमृतपाल सिंह के फाइनेंसर दलजीत सिंह कलसी को गिरफ्तार कर लिया है, पुलिस के मुताबिक, कलसी के फोन और उससे जुड़े लोगों से पाकिस्तानी नंबर बरामद किए गए हैं.
अमृतपाल अपनी फोर्स बना रहा था
अमृतपाल आनंदपुर खालसा फोर्स नाम से अपनी खुद की फोर्स बना रहा था. पुलिस ने अमृतपाल के घर से एकेएफ मार्क वाली जैकेट बरामद की है. उसके जल्लूपुर खेड़ा गांव के घर के गेट और दीवार पर भी एकेएफ लिखा हुआ था. उसके घर से बरामद हथियार पर भी एकेएफ लिखा हुआ मिला है. यानी इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि अमृतपाल सिंह आनंदपुर खालसा फ़ोर्स नाम से एक निजी फ़ौज बना रहा था, आखिर अमृतपाल सिंह वारिस पंजाब डे के अलावा AKF नाम की संस्था क्यों बनाना चाहता था? पुलिस इस मामले में गिरफ्तार उसके साथियों से पूछताछ कर रही है.
Advertisement