भावनगर: बुधवार सुबह राजस्थान राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक दुर्घटना में भावनगर जिले के तलाजा तालुका के दिहोर गांव से यात्रा प्रवास पर निकली बस दुर्घटना का शिकार हो गई थी. इस हादसे में एक ही गांव के 12 यात्रियों की मौत हो गई थी. पोस्टमॉर्टम के बाद आज इन सभी शवों को पैतृक गांव लाया गया, जिसकी वजह से पूरे गांव में मातम का माहौल पसर गया. जब इन सभी का अंतिम यात्रा निकली तो पूरे गांव के लोगों ने इसमें नम आंखों से हिस्सा लिया.
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भावनगर जिले के तलाजा तालुका के दिहोर गांव के 57 तीर्थयात्री 9 तारीख को कार्तिक टूर्स एंड ट्रैवल्स की बस में बजरंगदास बापा आश्रम से मथुरा के लिए रवाना हुए थे. बारह दिन की यात्रा पर निकले तीर्थयात्रियों ने नाथद्वारा और पुष्कर के दर्शन किए और आगे की यात्रा के लिए रवाना हुए. लेकिन 12 तारीख की रात को राजस्थान के भरतपुर के पास इनकी बस खराब हो गई और ड्राइवर इसकी मरम्मत कर रहा था तभी एक ट्रक ने बस को टक्कर मार दी. इस हादसे में दिहोर गांव के 12 लोगों की मौत हो गई थी.
घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन की एक टीम राजस्थान के स्थानीय अधिकारियों से संपर्क कर घायलों को तत्काल उपचार दिलाने और मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के बाद उनके गृहनगर वापस लाने की व्यवस्था की थी. राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए और घायलों को 50,000 रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी.
इस बीच आज दोपहर को जब सभी शव एंबुलेंस से दिहोर गांव पहुंचे तो पूरे गांव में मातम पसर गया. इस दौरान सभी मृतकों को ग्रामीणों द्वारा सामूहिक रूप से श्रद्धांजलि दी गयी. इस दौरान तलाजा विधायक गौतमभाई परमार और अतिरिक्त कलेक्टर, मामलतदार सहित अधिकारी भी उपस्थित रहे. उसके बाद गांव से सभी मृतकों की शवयात्रा निकली. जिसमें दिहोर गांव और उसके आसपास के गांवों के हजारों लोग शामिल हुए थे.
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