पहलवानों के समर्थन में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरपुर के बाद के बाद हरियाणा के कुरुक्षेत्र में खाप पंचायत हो रही है. इस पंचायत में पहलवानों के आंदोलन पर चर्चा होगी. किसान नेताओं का कहना है कि पहलवानों के आंदोलन को लेकर बड़े फैसले लिए जा सकते हैं. कल किसान नेता राकेश टिकैत ने याद दिलाया था कि 5 दिन बाद कुछ भी हो सकता है. किसान नेताओं ने सरकार को पांच दिन का अल्टीमेटम दिया था.
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पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ खोला मोर्चा
पहलवानों ने बीजेपी सांसद और कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद दिल्ली पुलिस ने पहलवानों की शिकायत पर बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के 2 मामले दर्ज किए है. अब दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में दर्ज एफआईआर का खुलासा हुआ है. एफआईआर में बृजभूषण पर सेक्शुअल डिमांड, गलत तरीके से टच करने समेत कई संगीन आरोप लगाए गए हैं.
पहलवानों ने 21 अप्रैल को शिकायत दर्ज कराई थी
सात पहलवानों ने 21 अप्रैल को कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में बृजभूषण के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. इन शिकायतों के आधार पर, दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के दो मामले दर्ज किए थे. पहली प्राथमिकी नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोपों पर आधारित है. इसको लेकर पॉक्सो एक्ट के तहत भी उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. जबकि दूसरी प्राथमिकी अन्य पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों से संबंधित है.
इन गंभीर आरोपों का सामना कर रहे बृजभूषण
एफआईआर में आईपीसी की धारा 354, 354ए, 354डी और 34 का जिक्र है जिसमें एक से तीन साल तक की जेल की सजा है. पहली एफआईआर में 6 पहलवानों ने दर्ज कराई है जिसमें कुश्ती संघ के सचिव विनोद तोमर का भी नाम है. दूसरी प्राथमिकी नाबालिग के पिता की शिकायत पर आधारित है और इसमें POCSO अधिनियम की धारा 10 भी शामिल है, जिसमें पांच से सात साल की जेल की सजा हो सकती है. जिन घटनाओं का उल्लेख किया गया है वे भारत और विदेशों में कथित तौर पर 2012 और 2022 के बीच हुई हैं.
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