दिल्ली: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कतर में मौत की सजा पाने वाले 8 भारतीय पूर्व नेवी अफसरों के परिवारों से मुलाकात की है. जिसके बाद उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत सरकार इस मामले को प्राथमिकता दे रही है और सभी भारतीयों को सजा से बचाने के लिए तेजी से प्रयास कर रही है.
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इस मुलाकात के बाद विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने एक ट्वीट करते हुए लिखा “इस बात पर जोर दिया गया कि सरकार मामले को सर्वोच्च महत्व देती है. परिवारों की चिंताओं और दर्द को पूरी तरह से साझा करती है. सरकार उनकी रिहाई सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास जारी रखेगी. इस संबंध में सरकार परिवारों के साथ निकटता से समन्वय बनाएगी.
वहीं कतर में भारतीय नौसेना के 8 पूर्व अधिकारियों को मौत की सजा सुनाए जाने पर भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार ने कहा, “सरकार की ओर से यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है कि हम कानूनी प्रक्रिया अपनाएं और हमारे कर्मियों को राहत मिले.”
वहीं इस मामले को लेकर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने केंद्र की मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि आज तक देश को नहीं मालूम कि उनके खिलाफ मुकदमा क्या है, उनपर आरोप क्या है. किस तरह की भारत सरकार है कि अपने 8 सेवानिवृत्त उच्च अधिकारियों को इस तरह मौत की सजा सुनाने दे. प्रधानमंत्री मोदी को कतर के बादशाह से बात करनी चाहिए और हमारे 8 लोगों को वापस लेकर आना चाहिए.
गौरतलब है कि कतर की एक अदालत ने भारतीय नौसेना के 8 पूर्व अधिकारियों को मौत की सजा सुनाई है. क़तर का आरोप है कि ये सभी लोग क़तर की जासूसी करके देश के लिए ख़तरा बन गए हैं. इन लोगों को पिछले साल गिरफ्तार किया गया था. उन पर जासूसी का आरोप लगाया गया था. उन पर इजराइल के लिए कतर की पनडुब्बी परियोजना के बारे में गुप्त जानकारी चुराने का आरोप है.
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