महाराष्ट्र के कोल्हापुर में कुछ युवकों के व्हाट्सएप स्टेटस पर औरंगजेब की तस्वीर पोस्ट होने से मामला गरमा गया है. हिंदू संगठनों ने बुधवार को कोल्हापुर के छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर कार्यकर्ताओं को जमा होने का निर्देश दिया था. जब हिंदू संगठन के लोग वहां जमा होने लगे तो पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी. पुलिस ने संगठन के लोगों पर लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया. जिसके बाद कोल्हापुर में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है. जिला प्रशासन ने 19 तारीख तक शहर में कहीं भी इकट्ठा होने पर रोक लगा दी है.
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कोल्हापुर में सोशल मीडिया पर कथित तौर पर आपत्तिजनक स्टेटस लगाए जाने के विरोध में और ऐसे लोगों के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर हिंदू संगठनों ने छत्रपती शिवाजी चौक पर धरना प्रदर्शन किया. जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर धरना दे रहे लोगों को सड़क से हटा दिया. इस मामले को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि राज्य में क़ानून व्यवस्था बनाए रखने की ज़िम्मेदारी सरकार की है. गृह विभाग और मंत्री अधिकारियों के साथ संपर्क में है और मैं भी अधिकारियों के साथ संपर्क में हूं. लोगों से क़ानून-व्यवस्था बनाए रखने की अपील करता हूं.
कोल्हापुर घटना को लेकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि महाराष्ट्र के कुछ ज़िलों में औरंगज़ेब की औलादें पैदा हुई हैं. वे औरंगज़ेब की फोटो दिखाते, रखते और स्टेटस लगाते हैं. इस कारण समाज में दुर्भावना और तनाव पैदा हो रहा है. सवाल यह है कि अचानक औरंगजेब की इतनी औलादें कहां से पैदा हो गई हैं. इसका असली मालिक कौन है वह हम ढूंढेंगे, परिस्थिति नियंत्रण में है. लोगों से अपील है कि वे क़ानून अपने हाथ में न लें.
औरंगजेब का पोस्टर लगाने का मामला
पिछले रविवार को महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में एक जुलूस के दौरान मुगल शासक औरंगजेब के पोस्टर फहराने का मामला सामने आया था. इस मामले में स्थानीय पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. रविवार सुबह नौ बजे फकीरवाड़ा इलाके में यह जुलूस निकाला गया था. इस दौरान औरंगजेब का पोस्टर लगाया गया था. उसके बाद पुलिस ने चार युवाओं के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था.
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