हिंसा प्रभावित मणिपुर में एक समुदाय की दो महिलाओं को बिना कपड़ों के नग्न घुमाए जाने के बाद पूरे देश में गुस्से का माहौल है. सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए अहम टिप्पणी की है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न घुमाने का जो वीडियो सामने आया वह वाकई परेशान करने वाला है.
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CJI का सख्त रुख
मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न कर घुमाने का जो वीडियो सामने आया है वो वास्तव में परेशान करने वाला है. मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने सरकार से कार्रवाई करने को कहा है. इसके अलावा चीफ जस्टिस ने कहा कि ऐसी घटनाएं बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं हैं. सीजेआई ने कहा कि यह संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है, अगर सरकार कार्रवाई नहीं करती है तो हम इस मामले में सख्त कार्रवाई करेंगे.
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और मणिपुर सरकार से ये बताने को कहा कि अपराधियों को सजा दिलाने के लिए उन्होंने क्या कार्रवाई की है. मीडिया में दिखाई देने वाले दृश्यों के बारे में जो दिखाया गया है वह गंभीर संवैधानिक उल्लंघन और महिलाओं को हिंसा के साधन के रूप में उपयोग करके मानव जीवन का उल्लंघन दर्शाता है, जो संवैधानिक लोकतंत्र के खिलाफ है. सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि केंद्र और राज्य सरकार उनके द्वारा उठाए गए कदमों से अदालत को अवगत कराएं. सुप्रीम कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई अगले शुक्रवार को तय की है.
सुप्रीम कोर्ट ने आगे कहा कि हिंसा प्रभावित इलाकों में महिलाओं को किसी चीज की तरह इस्तेमाल किया गया. हम जानना चाहते हैं कि जो लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है.
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