हिंसा प्रभावित राज्य मणिपुर के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी ने पीड़ितों से मुलाकात के बाद राज्य के लोगों को संदेश दिया. राहुल गांधी ने कहा, हिंसा से कोई समाधान नहीं निकलेगा, शांति ही समाधान है. वह आज सुबह मणिपुर के मोइरांग में एक राहत शिविर में रह रहे प्रभावित लोगों से मिलने पहुंचे थे, उसके बाद उन्होंने इंफाल में मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की.
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हिंसा पीड़ितों से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मणिपुर को शांति की जरूरत है. मैं राहत शिविर में गया और हर समुदाय के लोगों से मिला. राहत शिविरों में दवाई, खाने की कमी है जिस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए. मेरी मणिपुर के हर व्यक्ति से अपील है कि शांति बनाए रखें. मैं यहां मौजूद हूं और जो शांति के लिए कर सकता हूं वह करूंगा.
मोइरांग में राहत शिविर का दौरा किया
अपने मणिपुर दौरे के दूसरे दिन राहुल गांधी ने बिष्णुपुर जिले के मोइरंग शहर में दो राहत शिविरों का दौरा किया. इस दौरे पर उन्होंने हिंसा से विस्थापित पीड़ितों से मुलाकात की. कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी सुबह करीब साढ़े नौ बजे हेलीकॉप्टर से मोइरांग पहुंचे और यहां प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उनकी शिकायतें सुनीं. राहुल गांधी के साथ मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह, पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल, पीसीसी अध्यक्ष कीशम मेघचंद्र सिंह और पूर्व सांसद अजय कुमार मौजूद थे.
मोइरांग एक ऐतिहासिक शहर है जहां आजाद हिंद सेना ने 1944 में भारत का तिरंगा झंडा फहराया था. अपने दौरे के पहले दिन, राहुल गांधी ने जातीय दंगों से सबसे ज्यादा प्रभावित कस्बों में से एक चूड़ाचांदपुर में एक राहत शिविर का दौरा किया था. उनके इस दौरे को लेकर सियासत तेज हो गई है. भाजपा जहां उनको दौरे को राजनीतिक एजेंडा बता रही है वहीं शिवसेना उद्धव ठाकरे ग्रुप ने राहुल गांधी से सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को मणिपुर ले जाने की मांग की है. मणिपुर में पिछले दो महीने से जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है.
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