ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के आवास पर उनसे मिलने पहुंचे हैं. हालांकि इस मुलाकात से पहले पहलवानों ने साफ कर दिया है कि उन्हें बीजेपी सांसद और कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी से कम कुछ मंजूर नहीं है. साक्षी मलिक ने कहा, हम देखेंगे कि सरकार हमारे लिए क्या प्रस्ताव रखती है. हमारी मुख्य मांग बृजभूषण की गिरफ्तारी है. अगर हमें सरकार का प्रस्ताव पसंद आया तो हम खाप नेताओं से राय-मशविरा करेंगे.
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इसके अलावा साक्षी मलिक ने कहा कि हम सरकार द्वारा दिए गए प्रस्ताव पर अपने वरिष्ठों और समर्थकों के साथ चर्चा करेंगे. जब सभी अपनी सहमति देंगे कि प्रस्ताव ठीक है, तभी हम मानेंगे. ऐसा नहीं होगा कि हम सरकार की किसी भी बात को मान लें और अपना धरना समाप्त कर दें.
खेल मंत्री ने बैठक के लिए प्रस्ताव भेजा
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों को बातचीत के लिए बुलाया था. इस बात की जानकारी उन्होंने खुद मंगलवार को ट्वीट कर दी था. उन्होंने कहा था कि “सरकार पहलवानों के साथ उनके मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है. मैंने एक बार फिर पहलवानों को इसके लिए आमंत्रित किया है.”
बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवानों के विरोध के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा कि वह पहले ही कह चुके हैं कि खेल और खिलाड़ी सरकार की प्राथमिकता है. केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘सरकार पहले ही एक समिति का गठन कर चुकी है. पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है और मामले की जांच कर रही है. चार्जशीट भी दायर की जाएगी और निष्पक्ष जांच की जाएगी.
सरकार पहलवानों के विवाद को जल्द सुलझाना चाहती है
सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार अब पहलवानों के विवाद को लंबा खींचने के मूड में नहीं है. उधर, दिल्ली पुलिस की जांच भी अपने अंतिम चरण में है. बीजेपी को लगता है कि अगर विवाद लंबा खिंचा तो उसे नुकसान हो सकता है. दरअसल, 28 मई को पहलवानों और पुलिस के बीच हाथापाई की तस्वीरें सामने आई थीं, जिससे पार्टी की छवि खराब हुई थी. इतना ही नहीं पार्टी कुश्ती संघ के मुखिया पर भी लगाम लगा दिया है उनको सार्वजनिक रूप से बयानबाजी करने से मना कर दिया गया है.
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