काठमांडू: नेपाल के पोखरा में हुए विमान हादसे में पांच भारतीयों समेत 72 लोगों की मौत हो गई है. इस विमान में 68 यात्रियों और चालक दल के चार सदस्यों सहित कुल 72 लोग सवार थे और इनमें से कोई भी जीवित नहीं बचा है, नेपाली सेना ने सोमवार को कहा कि विमान हादसे में कोई नहीं बचा. पिछले कई सालों में यह नेपाल का सबसे भीषण विमान हादसा है.
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हादसा रविवार सुबह हुआ
रविवार सुबह करीब 11 बजे यती एयरलाइंस का एक विमान हादसे का शिकार हो गया. पोखरा हवाईअड्डे के रनवे पर उतरने से महज 10-20 सेकेंड पहले 72 सीटों वाला विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हादसे से पहले विमान के कॉकपिट से खतरे के कोई संकेत नहीं थे, रविवार को इस विमान की यह तीसरी उड़ान थी. शुरुआती जांच में हादसे की वजह तकनीकी खराबी बताई जा रही है.
नेपाल में एक दिन का शोक
विमान हादसे के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई थी. वहीं, नेपाल सरकार ने विमान हादसे को लेकर एक दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है.
प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री ने दुख जताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने नेपाल में हुई त्रासदी पर दुख जताया है. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर लिखा कि उन्हें नेपाल में हुई त्रासदी के बारे में जानकर दुख हुआ, जिसमें भारतीय नागरिकों सहित कीमती लोगों की जान चली गई. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी विमान हादसे में लोगों की मौत पर दुख जताया है.
इसके अलावा नेपाल विमान दुर्घटना पर भारत में नेपाल के राजदूत शंकर पी शर्मा ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है हम पहले ही अपनी संवेदना व्यक्त कर चुके हैं. एयरलाइंस द्वारा साझा की गई प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार विमान में 5 भारतीय थे, लेकिन विवरण अभी आना बाकी है.
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