नई दिल्ली: कांग्रेस ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बाद अब देश के पूर्वी हिस्से से पश्चिमी हिस्से तक यात्रा निकालने की तैयारी कर रही है. ऐसी संभावना है कि यह यात्रा अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट से गुजरात के पोरबंदर तक निकाली जाएगी. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी. इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के अधिवेशन में अपने संबोधन के दौरान यात्रा का संकेत दिया था.
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राहुल गांधी ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तपस्या को आगे बढ़ाने के लिए कोई कार्यक्रम तय करें, जिसमें सभी हिस्सा लेने को तैयार हैं. गौरतलब है कि राहुल गांधी ने कई मौकों पर अपनी भारत जोड़ो यात्रा को तपस्या के नाम से संबोधित कर चुके हैं. कांग्रेस के अधिवेशन के समापन के बाद, रमेश ने कहा, ‘यह यात्रा पासीघाट से शुरू होकर पोरबंदर में समाप्त होने की संभावना है. निजी तौर पर मेरा मानना है कि इसकी जरूरत है.
जयराम रमेश ने कहा कि पूर्व से पश्चिम की यात्रा दक्षिण से उत्तर की यात्रा से भिन्न हो सकती है. शायद यह यात्रा उतने व्यापक पैमाने पर नहीं होगी. कांग्रेस महासचिव ने कहा कि अगले कुछ हफ्तों में सबकुछ तय हो जाएगा. उन्होंने कहा कि उत्तर पूर्व की भौगोलिक और जलवायु परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए यात्रा के लिए परिवहन के विभिन्न साधनों (मल्टी-मोडल) का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन मूल रूप से यह पद यात्रा ही होगी.
भारत जोड़ो यात्रा से छोटी होगी
कांग्रेस नेता ने कहा कि इस यात्रा में शामिल होने वाले यात्रियों की संख्या भारत जोड़ो यात्रा से कम हो सकती है. उल्लेखनीय है कि भारत जोड़ो यात्रा पिछले साल सात सितंबर को शुरू हुई थी और करीब 4000 किलोमीटर की दूरी तय कर 30 जनवरी को श्रीनगर में समाप्त हुई थी. इस यात्रा में राहुल गांधी समेत करीब 200 से ज्यादा खास लोगों ने हिस्सा लिया था. माना जा रहा है कि इस यात्रा से राहुल गांधी की छवि को मजबूती मिली है और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नया उत्साह पैदा हुआ है.
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