नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से काफी पहले मोदी सरकार को टक्कर देने के लिए विपक्ष एकजुट होने की कोशिश कर रही है. ममता बनर्जी पहले ही थर्ड फ्रंट बनने का वकालत कर चुकी हैं. जिसके बाद सवाल उठने के लगा है कि आखिर बीजेपी के खिलाफ बनने वाले थर्ड फ्रंट का नेतृत्व कौन करेगा? इसके अलावा तीसरे मोर्चा में कौन-कौन सी पार्टियां शामिल होंगी. इस बीच कल एनसीपी प्रमुख शरद पवार के दिल्ली स्थित आवास पर विपक्षी नेताओं की बैठक हुई, जिसमें ईवीएम को लेकर चर्चा की गई और आगे की रणनीति भी बनाई गई.
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एनसपी प्रमुख शरद पवार के आवास पर बैठक के राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि जब भी EVM में खराबी आती है वोट BJP को जाता है. ये भ्रम सिर्फ राजनैतिक दलों को नहीं है, ये भ्रम जनता में फैल चुका है इसलिए हमने फैसला किया है कि हम चुनाव आयोग के पास जाएंगे और हमारे सवालों के लिखित में जवाब मांगेंगे. इतना ही नहीं विपक्ष इस मामले को लेकर कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाने की तैयारी कर रहा है.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि दुनिया की किसी भी मशीन के साथ छेड़छाड़ हो सकती है और कोई साइंस या कोई एक्सपर्ट यह नहीं कह सकता कि मशीन के साथ छेड़छाड़ नहीं होती और इसीलिए किसी भी लोकतांत्रिक देश में वोटिंग के लिए इलेक्ट्रॉनिक मशीन का इस्तेमाल नहीं होता. हमारे इस चिंता को दूर करने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है और हम इस मामले को लेकर आयोग से मुलाकात करेंगे.
वहीं इस अहम बैठक के बाद कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि रिमोट EVM को लेकर चुनाव आयोग ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. उस समय लगभग सभी ने रिमोट EVM के माध्यम से चुनाव कराने पर असहमति जताई थी. जिसके बाद भी वे डेमो देना चाहते थे, लेकिन वह भी ठुकरा दिया गया. EVM को लेकर देश में शंका है.
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