लखनऊ: समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री आजम खान की मुश्किलें बढ़ गई हैं. आयकर विभाग और ईडी ने उनके आवास समेत रामपुर, मेरठ, गाजियाबाद, सहारनपुर, सीतापुर और लखनऊ समेत कई जगहों पर आज सुबह से छापेमारी कर रही है. आपको बता दें कि आजम खान 10 बार रामपुर से विधायक रह चुके हैं और सपा के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं.
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आजम खान के खिलाफ 2019 में 30 मुकदमे दर्ज हुए थे
आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय आजम खान के 30 ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मध्य प्रदेश में भी आजम खान के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. आजम खान के खिलाफ 2019 में जौहोर यूनिवर्सिटी के लिए जमीन कब्जा करने के खिलाफ 30 मामले दर्ज किए गए थे. उस वक्त प्रशासन ने उन्हें भू-माफिया भी घोषित कर दिया था.
आजम खान के खिलाफ ईडी ने भी केस दर्ज किया है. छह माह पहले आयकर विभाग ने पूर्व मंत्री आजम खां और उनकी पत्नी तंजीन फातिमा के साथ ही उनके बेटे अब्दुल्ला के आयकर शपथ पत्रों की दोबारा जांच की थी. विधानसभा चुनाव के दौरान आजम खान और उनके बेटे द्वारा दायर आयकर हलफनामों में कई अनियमितताएं पाई गईं थी.
2019 हेट स्पीच मामले में आजम खान दोषी करार
इससे पहले समाजवादी पार्टी नेता आजम खान को रामपुर कोर्ट ने जुलाई में हेट स्पीच मामले में दोषी करार देते हुए 2 साल की सजा सुनाई थी. आजम पर 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान शहजादनगर थाना क्षेत्र के धमोरा में भड़काऊ भाषण देने का आरोप था. उनके खिलाफ 8 अप्रैल को मामला दर्ज किया गया था. आरोप है कि आजम ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, रामपुर जिला निर्वाचन अधिकारी और चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए भड़काऊ भाषण दिया था. इससे पहले रामपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने भी आजम को इस मामले में दोषी करार दिया था. सजा के ऐलान के बाद आजम खान की विधानसभा सदस्यता चली गई थी. बता दें कि भड़काऊ भाषण देने के आरोप में आजम खान के खिलाफ रामपुर के शहजादनगर थाने में केस दर्ज किया गया था.
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