ट्विटर के सह-संस्थापक और पूर्व सीईओ जैक डोर्सी ने अपने हालिया इंटरव्यू में केंद्र की मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने दावा किया कि किसान आंदोलन के दौरान सरकार ने उनके कर्मचारियों के घरों पर छापा मारने की धमकी दी थी. इसके अलावा नियमों का पालन नहीं करने पर कार्यालय बंद करने की भी धमकी दी गई थी. डोर्सी के इस दावे पर विपक्ष ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है.
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कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इस मामले को लेकर कहा कि ट्विटर के पूर्व सीईओ का बयान हम सभी के लिए चौंकाने वाला है. सरकार के दूत विपक्ष की आवाज दबाने के लिए ट्विटर के सीईओ पर दवाब बना रहे थे. इसीलिए उन्होंने राहुल गांधी के उस समय के ट्विटर खाते को प्रतिबंधित कर दिया था. यही कारण है कि उन्होंने उस समय के अधिकांश विपक्षी नेताओं के ट्विटर अकाउंट को प्रतिबंधित कर दिया था. देश में अभिव्यक्ति की आज़ादी कहां है?
वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने इस मामले को लेकर कहा कि उस समय भी हमें जानकारी थी कि किसान आंदोलन की जितनी पहुंच फेसबुक और ट्वीटर पर आनी चाहिए वो नहीं आ रही थी. ये(सरकार) स्थानीय स्तर पर इसे रोकने का प्रयास करते थे. इसका(ट्वीटर) जो मालिक था उसने अब स्पष्ट कहा है. उसने (जैक डोर्सी) ठीक कहा है, भारत सरकार ने प्रयास किए होंगे.
ट्विटर के को-फाउंडर और पूर्व CEO जैक डोर्सी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनते ने कहा कि लोकतंत्र की जननी में लोकतंत्र की हत्या कैसे हो रही है ये बताने के लिए आज प्रेस कांन्फ्रेंस की गई है. एक साल से अधिक समय से जब किसान सर्दी, गर्मी और बारिश को झेलते हुए दिल्ली की सीमा पर आंदोलन कर रहे थे, तब उन्हें ‘मवाली, खालिस्तानी, पाकिस्तानी और आतंकवादी’ कहा जा रहा था और ट्विटर जैसे प्लेटफॉर्म से कहा जा रहा था कि अगर किसानों को दिखाया तो उन्हें भारत में बंद कर दिया जाएगा और छापेमारी की जाएगी.
इस मामले को लेकर राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि सबसे पहले मैं जानना चाहूंगा कि जैक डोर्सी ऐसा बयान क्यों देंगे? राजीव चंद्रशेखर कहते हैं कि यह झूठ है, वो झूठ क्यों बोलेगा? जैक डोर्सी के पास झूठ बोलने का कोई कारण नहीं है कि जब विरोध प्रदर्शन चल रहे थे तो उन्होंने(सरकार) ट्विटर को धमकी दी थी कि वे ट्वीटर के कार्यालयों को बंद कर देंगे और ट्विटर के तत्कालीन कर्मचारियों पर छापा मारेंगे.
जैक डोर्सी के सनसनीखेज दावे को लेकर कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदी सरकार की निरंकुशता स्थापित हो चुकी थी. ट्वीटर के पूर्व संस्थापक और सीईओ जैक डोर्सी ने कहा है कि मोदी सरकार और PM किसानों और उनके संगठनों के खातों को ब्लॉक करने के लिए कहते थे. सरकार कहती थी कि पत्रकारों के एकाउंट को ब्लॉक किया जाए अन्यथा ट्विटर ऑफिस पर छापा मारा जाएगा. इससे साबित होता है कि देश में लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही है.
इस मामले को लेकर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि जैक डॉर्सी ने जो कहा है वह जरा भी आश्चर्यजनक नहीं है. पिछले 9 वर्षों में, 2014 के बाद, देश में भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और नागरिक स्वतंत्रता का व्यवस्थित क्षरण हुआ है. दुर्भाग्य से, यह घटना केवल केंद्र सरकार तक ही सीमित नहीं है. कुछ राज्य सरकारें भी समान रूप से कठोर और निरंकुश रही हैं जिस तरह से वे असहमति को दबाने और वैकल्पिक आवाजों को दबाने की कोशिश करती हैं.
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