दिल्ली: संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से ही विपक्ष मणिपुर मुद्दे पर सरकार को घेरने में लगा हुआ है. एक तरफ जहां विपक्षी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद में बयान देने की मांग कर रहे हैं, वहीं दूसरी कल सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार संशोधन विधेयक 2003 पेश किया था. आज भी लोकसभा में विपक्ष का हंगामा जारी है. जिसके चलते लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
Advertisement
Advertisement
उधर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने चीन के साथ सीमा स्थिति पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया. इसके अलावा राज्यसभा सांसद डॉ. सैयद नसीर हुसैन ने मणिपुर की स्थिति पर चर्चा के लिए सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया है.
मुझे पीएम का बचाव करने की जरूरत नहीं है। मुझे किसी का बचाव करने की जरूरत नहीं है। मुझे संविधान…आपके अधिकारों की रक्षा करने की जरूरत है। LoP की ओर से इस तरह की टिप्पणी बहुत अच्छी नहीं है: LoP मल्लिकार्जुन खरगे ‘मणिपुर बहस पर विपक्ष की मांग पर सभापति प्रधानमंत्री का बचाव क्यों कर…
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 3, 2023
राज्यसभा के सभापति ने सदन के नेताओं की बैठक बुलाई
राज्यसभा के सभापति ने मणिपुर पर चर्चा के लिए सदन के नेताओं को दोपहर एक बजे बैठक के लिए आमंत्रित किया है. विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मेरा सुझाव है कि सदन को स्थगित कर दिया जाए.
विपक्ष को बांटने के लिए पेश किया गया बिल- अधीर रंजन
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर पहले संसद में बहस होनी चाहिए थी, लेकिन इसी बीच दिल्ली सेवा विधेयक पेश कर दिया गया. यह जानबूझकर किया गया है ताकि विपक्ष को विभाजित किया जा सके. हमने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है. जिस दिन यह बिल पेश किया गया, उसी दिन हमने इसका विरोध किया.
वहीं इस मामले को लेकर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कल बीजेपी ने ही लोकसभा में हंगामा किया. वे लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते हैं और संसद का मजाक बना रहे हैं. भाजपा द्वारा हर जगह विभाजनकारी राजनीति प्रायोजित की जा रही है.
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद में ASI सर्वे को दी हरी झंडी, मस्जिद कमेटी की याचिका खारिज
Advertisement