बीते एक साल से यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध जारी है. इस बीच जर्मनी ने 25 जनवरी को अपने लेपर्ड-2 टैंक यूक्रेन को देने का फैसला किया था. इससे नाराज रूस ने आक्रमण तेज कर दिया है. इस रिपोर्ट के आते ही रूस ने 25 और 26 जनवरी को यूक्रेन के शहरों पर एक साथ 55 मिसाइलें दागीं. इस हमले में 11 लोगों की मौत होने की जानकारी सामने आ रही है.
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यूक्रेन ने 47 मिसाइलों को नष्ट करने का किया दावा
दूसरी ओर, यूक्रेनी वायु सेना ने दावा किया कि हमने 55 में से 47 मिसाइलों को नष्ट कर दिया है. हालांकि, यूक्रेन की स्टेट इमरजेंसी सर्विस का दावा है कि 20 मिसाइलों ने राजधानी कीव को निशाना बनाया था. एक अधिकारी ने बताया कि इन मिसाइलों से खेरसॉन, हलेवाखा समेत 11 इलाकों को निशाना बनाया गया था. हमले की वजह से करीब 35 इमारतों को नुकसान पहुंचा है. जबकि 11 लोगों की जान चली गई है.
कनाडा भी मदद के लिए आगे आया
जबकि आज कनाडा ने ऐलान किया कि वह यूक्रेन को 4 लेपर्ड-4 टैंक भी देगा. इस मामले में रक्षा मंत्री अनीता आनंद ने जानकारी दी. यूक्रेन को उम्मीद है कि ये टैंक रूस के खिलाफ लड़ाई में गेम चेंजर साबित हो सकते हैं. हालांकि रूस का दावा है कि बाकी टैंकों की तरह ये भी नष्ट हो जाएंगे.
अमेरिका ने यूक्रेन को अब्राम एम1 टैंक देने का किया वादा
उधर अमेरिका ने भी यूक्रेन को अब्राम एम1 टैंक देने का वादा किया था. इसके साथ ही आने वाले दिनों में यूक्रेनी सैनिकों की ट्रेनिंग शुरू होने वाली है. इस संबंध में रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस ने कहा कि यूक्रेनी सैनिक पैदल सेना के लिए जर्मन निर्मित वाहन मर्डर्स पर प्रशिक्षण शुरू करेंगे और लेपर्ड 2 टैंक पर प्रशिक्षण शीघ्र ही शुरू होगा.
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