रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को एक साल पूरा हो गया है, युद्ध के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आज संसद को संबोधित किया. इस संबोधन में उन्होंने कहा कि रूस यूक्रेन को आजाद कराने के लिए संघर्ष कर रहा है. इसके अलावा उन्होंने पश्चिमी देशों पर भी गंभीर आरोप लगाए. पुतिन का यह संबोधन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के यूक्रेन दौरे के एक दिन बाद आया है.
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देश के लोगों की सुरक्षा महत्वपूर्ण: पुतिन
अपने संबोधन में पुतिन ने अपने देश के लोगों की सुरक्षा पर जोर दिया और युद्ध से जुड़ी कई घोषणाएं कीं. व्लादिमीर पुतिन ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि वह ऐसे समय में देश को संबोधित कर रहे हैं जब देश के लिए कठिन और महत्वपूर्ण है. दुनिया भर में बड़े बदलाव हो रहे हैं. पुतिन ने कहा कि रूस यूक्रेन को आजाद कराने के लिए संघर्ष कर रहा है. पुतिन ने पश्चिम की भी आलोचना करते हुए कहा कि मास्को ने नाटो के साथ शांति वार्ता का प्रस्ताव दिया था लेकिन नाटो ने उचित जवाब नहीं दिया.
हमने डोनबास में शांति के लिए प्रयास किए
पुतिन ने कहा कि 2014 से हमने संवेदनशील डोनबास क्षेत्र में शांति स्थापित करने की हर संभव कोशिश की है, लेकिन हमारे पीठ पीछे तरह-तरह की साजिशें रची जा रही थी. पुतिन ने कहा कि यूक्रेन और डोनबास झूठ के प्रतीक बन गए हैं. पुतिन ने अपने संबोधन में पश्चिमी देशों पर समझौते से हटने और झूठे बयान देने का आरोप लगाते हुए कहा कि नाटो का विस्तार किया जा रहा है. पुतिन ने कहा कि पश्चिमी देश इस युद्ध के दोषी हैं और हम इसे रोकने के लिए केवल सेना का इस्तेमाल कर रहे हैं.
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