नई दिल्ली: एक तरफ सात समंदर पार फिजी में 12वां विश्व हिंदी अधिवेशन चल रहा है तो दूसरी तरफ भारत में ही हिंदी के खिलाफ नफरत की राजनीति तेज हो रही है. हालात यह हैं कि देश के दक्षिणी हिस्से में हिंदी बोलने वालों की पिटाई हो रही है. ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिस पर राष्ट्रीय अपराध जांच ब्यूरो (एनसीआईबी) ने संज्ञान लिया है. एनसीआईबी ने अपने ट्विटर हैंडल पर वीडियो साझा किया और जनता से अपील की कि अगर किसी को हमलावर के बारे में कोई जानकारी हो तो तुरंत इसकी सूचना दें.
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NCIB ने जारी किया वीडियो
राष्ट्रीय अपराध जांच ब्यूरो ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो साझा कर लिखा “यह वीडियो दक्षिण भारत के किसी हिस्से का है. इसमें एक व्यक्ति हिंदी बोलने के कारण उत्तर भारतीयों के साथ ट्रेन में मारपीट कर रहा है. अगर, इस वीडियो या वीडियो में दिख रहें आरोपी के संबंध में आपके पास कोई जानकारी है तो हमारे व्हाट्सएप 09792580000 पर हमें उपलब्ध कराए.”
#शर्मनाक..?
यह वीडियो दक्षिण भारत के किसी हिस्से का है। इसमें एक व्यक्ति हिंदी बोलने के कारण उत्तर भारतीयों के साथ ट्रेन में मारपीट कर रहा है।अगर, इस वीडियो या वीडियो में दिख रहें आरोपी के संबंध में आपके पास कोई जानकारी है तो हमारे व्हाट्सएप 09792580000 पर हमें उपलब्ध कराए। pic.twitter.com/dFagFRQTfr
— NCIB Headquarters (@NCIBHQ) February 16, 2023
क्या हिन्दी विरोधी हरकत है
एनसीआईबी द्वारा जारी किया गया वीडियो ट्रेन के अंदर रिकॉर्ड किया गया है. वीडियो में एक युवक ‘हिंदी’ बोलता सुनाई दे रहा है और बोलते हुए वह दो लड़कों के साथ मारपीट भी कर रहा है. तमिलनाडु में हिंदी विरोधी राजनीति की एक लंबी परंपरा रही है. द्रविड़ राजनीति का अभ्यास करने वाली पार्टियां, विशेष रूप से सत्तारूढ़ डीएमके, खुले तौर पर हिंदी का विरोध करती है. इसका असर वहां के समाज के एक हिस्से पर भी देखने को मिल रहा है. एक वर्ग में हिन्दी भाषियों के प्रति द्वेष भाव गहराता जा रहा है. अन्य दक्षिणी राज्यों में भी हिन्दी विरोधी बातें होती हैं, लेकिन तमिलनाडु जितनी कहीं नहीं है. इसको लेकर विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन कहते हैं कि दक्षिण भारत में हिंदी से कोई नफरत नहीं है. ऐसी स्थिति बनाई गई है.
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