कर्नाटक में अगले कुछ महीने में विधानसभा चुनाव होने वाला है. कांग्रेस ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. इसके अलावा पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह समेत बीजेपी के बड़े नेता एक के बाद एक रैलियों को संबोधित कर रहे हैं. इस बार माना जा रहा है कि यह चुनाव पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा को चेहरा बनाकर लड़ा जा रहा है. इसी बीच कर्नाटक से जानकारी सामने आ रही है कि पूर्व सीएम के घर पर पथराव किया गया है.
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पत्थरबाजी किसने की?
जानकारी के मुताबिक पथराव वंजारा समुदाय के प्रदर्शनकारियों ने किया था. इस मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज कर तितर-बितर करने का प्रयास किया. वंजारा समुदाय के लोगों ने आरक्षण की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी दौरान पूर्व सीएम के शिवमोग्गा स्थित आवास पर कुछ लोगों ने पथराव कर दिया.
वंजारा समुदाय ने एससी/एसटी समुदाय को दिए जाने वाले आरक्षण में आंतरिक आरक्षण को लेकर आपत्ति जताई है. शुक्रवार को कर्नाटक की बीजेपी सरकार ने एससी/एसटी समुदाय के लिए आंतरिक आरक्षण की घोषणा की थी. वंजारा समुदाय के मुखिया का कहना है कि सदाशिव पंच की सिफारिश से उनके समुदाय को नुकसान होगा और इस फैसले को लागू करने के लिए राज्य सरकार ने केंद्र को जो सिफारिश भेजी थी, उसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए.
मुसलमानों को मिलने वाला आरक्षण खत्म
कर्नाटक सरकार ने अल्पसंख्यकों के लिए चार प्रतिशत आरक्षण रद्द करने का फैसला किया है. सीएम के इस फैसले के बाद अब दो नई कैटेगरी में आरक्षण बढ़ा दिया गया है. धार्मिक अल्पसंख्यकों को आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग(ईडब्ल्यूएस) श्रेणी के तहत लाने का फैसला किया है. विधानसभा चुनाव से पहले लिए गए इस फैसले को भाजपा सरकार का चुनावी दांव माना जा रहा है. मुख्यमंत्री बसवराज बोमई ने इसकी जानकारी दी और चार प्रतिशत आरक्षण को दूसरों के बीच समान रूप से साझा करने का फैसला किया. इसे कर्नाटक में वोक्कालिगा और लिंगायत समुदायों के लिए मौजूदा आरक्षण में जोड़ा जाएगा.
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