देशद्रोह करने वाले दीपक सालुके के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस पूछताछ के बाद खुलासा हुआ है कि उसने अपनी पत्नी के मोबाइल फोन के जरिए आईएसआई एजेंट से संपर्क किया था. वहीं राजस्थान की नूर फातिमा ने 6 बार रुपए भेजने का खुलासा किया है. गिरफ्तारी से पहले एटीएस ने उससे पूछताछ की थी.
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दीपक देश विरोधी गतिविधियां करता था
हाल ही में सूरत शहर क्राइम ब्रांच पुलिस को पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई के संपर्क में रहने वाले दीपक को गिरफ्तार करने में बड़ी कामयाबी मिली थी. सूरत के रहने वाले दीपक को सूरत पुलिस ने गिरफ्तार किया था. वह एक पाकिस्तानी व्यक्ति को भारतीय सेना की जानकारी देता था और यह जानकारी देने के एवज में उससे पैसे ऐंठता था. वह पैसा हासिल करने के लिए देश विरोधी गतिविधियां कर रहा था.
हामिद पाकिस्तानी है और आईएसआई के लिए काम करता है
सूरत क्राइम ब्रांच पुलिस ने इस शख्स के खिलाफ भारतीय सेना से जुड़ी बेहद संवेदनशील गुप्त सूचनाएं साझा करने का मामला दर्ज किया है. सूरत के पुलिस कमिश्नर अजय कुमार तोमर ने बताया कि सूरत क्राइम ब्रांच ने जिस शख्स को गिरफ्तार किया है उसका नाम दीपक सालुके है. वह सूरत के डिंडोली इलाके के योगेश्वर पार्क में रहता है. पूनम शर्मा नाम के सोशल मीडिया अकाउंट से बातचीत के दौरान दीपक पाकिस्तान के हमीद नाम के शख्स के संपर्क में आया था. बाद में हमीद ने दीपक सालुके को बताया कि वह पाकिस्तान से है और आईएसआई के लिए काम करता है.
व्हाट्सएप के माध्यम से भेजे गए फोटो और वीडियो
हामिद ने दीपक से भारतीय सिम कार्ड मांगा और दीपक ने भारतीय सिम कार्ड हामिद को भेज भी दिया था. इसके अलावा आरोपी ने पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में बताया है कि वह सोशल मीडिया गूगल और यूट्यूब से भारतीय सेना की अलग-अलग फोटो डाउनलोड कर पाकिस्तानी हमीद को दे रहा था. पुलिस पूछताछ में दीपक ने यह भी बताया गया है कि इन फोटो और वीडियो को व्हाट्सएप के जरिए भेजने के एवज में उसे 75,856 रुपये मिले थे.
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