वर्तमान में पाकिस्तान अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है और गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. हालांकि पाकिस्तान कश्मीर पर नजर बनाए हुए है. संयुक्त राष्ट्र की बैठक में पाकिस्तान ने एक बार फिर कश्मीर का मुद्दा उठाया, जिसके बाद भारत ने उसे करारा जवाब दिया. संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि ने कहा कि पाकिस्तान का प्रतिनिधि चाहे कुछ भी कहे या माने, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न अंग था, है और रहेगा.
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भारतीय प्रतिनिधि ने कहा कि हम पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल से कोई उम्मीद नहीं रखते हैं. उन्हें भारत की पहचान और धर्मनिरपेक्षता के मूल्यों से परेशानी होती रहती है. वह भारत की बुनियाद पर ही नफरत की आग भड़का रहा है. पिछले साल नवंबर में भी, जब पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे पर भारत को घेरने की असफल कोशिश की थी, तो भारतीय प्रतिनिधि ने पाकिस्तान के दुष्प्रचार का करारा जवाब दिया था. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की हताशा भरी कोशिशें और बहुपक्षीय मंचों का दुरुपयोग करने की बुरी आदत सहानुभूति बटोरने की कोशिश है.
पाकिस्तान नवंबर में भी उठा चुका है मुद्दा
दरअसल पिछले साल भी पाकिस्तानी राजनयिक मुनीर अकरम ने कश्मीर का मुद्दा उठाया और रूस-यूक्रेन युद्ध पर संयुक्त राष्ट्र महासभा में वोट के दौरान अपनी टिप्पणी में दोनों के बीच समानताएं खींचने की कोशिश की. पाक कश्मीर का राग अलापने का कोई मौका नहीं छोड़ता है. किसी भी बैठक में पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को उठा देता है और फिर भारत से मुंह की खाता है.
भारत ने इसका कड़ा जवाब दिया है. संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा, “आश्चर्यजनक रूप से, हमने एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा इस मंच का दुरुपयोग करने और मेरे देश के खिलाफ बेकार और तुच्छ टिप्पणी करने का प्रयास देखा है.” उन्होंने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर का पूरा क्षेत्र भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा… हम पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद को रोकने का आह्वान करते हैं ताकि हमारे नागरिक अपने जीवन और स्वतंत्रता के अधिकार का आनंद ले सकें.
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