वडोदरा: गुजरात में 14 मार्च से बोर्ड की परीक्षा शुरू हो चुकी है. एक 27 वर्षीय सिंगल मदर बच्चे की परवरिश के साथ ही साथ 10वीं बोर्ड परीक्षा दे रही है. वडोदरा के अजवा रोड पर रहने वाली फरहीन वोहरा एक ऐसी महिला है जिसके एक तरफ परिवार है, दूसरी तरफ बच्चा और तीसरी तरफ जिंदगी में कुछ हासिल करने की चाहत है. 27 साल की फरहीन वोहरा, जो सिंगल मदर हैं और सात साल के बेटे की देखभाल करती हैं.
Advertisement
Advertisement
वह लोगों के घरों में काम करके जीविकोपार्जन करती हैं और वर्तमान में 10वीं की बोर्ड परीक्षा दे रही है. वे कहती हैं, आठवीं के बाद मैंने पढ़ाई छोड़ दी थी. लेकिन आगे जाकर पढ़ने की मेरी इच्छा जाग उठी, मेरी शादी 20 साल की उम्र में हो गई थी और एक साल बाद मेरे बेटे का जन्म हुआ. शादी के बाद ससुराल में मतभेद के कारण मैं अपने पति से अलग हो गई. तीन साल पहले मेरा तलाक हो गया. अलग होने का फैसला कठिन था. क्योंकि सिंगल मदर के लिए बच्चे की देखभाल करना बहुत मुश्किल होता है.
लेकिन मैंने पिछले साल ही तय कर लिया था कि चाहे कुछ भी हो जाए मैं कक्षा 10 की परीक्षा दूंगी. भविष्य में मैं 12वीं और नर्सिंग की पढ़ाई के बाद मेडिकल की दुनिया में अपना करियर बनाना चाहता हूं.
गुजरात के अरावली में 2 घंटे में 5 इंच बारिश, जलभराव से किसानों को भारी नुकसान
Advertisement